हैरान करने वाली रिपोर्ट: 2023 मे अब तक इतने लाख भारतीयों ने छोडी देश की नागरिकता
सरकार ने इस बात को बताया वजह
चंडीगढ, 4 अगस्त (विश्ववार्ता) विदेशो मे बसने का युवाओंं इस तरह से के्रज बढता जा रहा है कि एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके हैरानीजनक तथ्य सामने आए है कि वर्ष 2023 में 2.16 लाख से अधिक भारतीयों ने अपनी नागरिकता त्याग दी। पश्चिमी संस्कृति की चौंकाचौंध दुनिया और लगातार विदेशो मे स्टेल होने का युवाओं मे बढता क्रेेज बढता ही जा रहा है।
मंत्री ने कहा, ‘‘नागरिकता छोडऩे या लेने के कारण व्यक्तिगत हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ज्ञान अर्थव्यवस्था के युग में वैश्विक कार्यस्थल की क्षमता को पहचानती है। इसने भारतीय प्रवासियों के साथ अपने जुड़ाव में भी परिवर्तनकारी बदलाव लाया है।” सिंह ने कहा कि ‘‘एक सफल, समृद्ध और प्रभावशाली प्रवासी भारतीय समुदाय के लिए एक संपत्ति है।”
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने पिछले पांच वर्षों में अपनी नागरिकता त्यागने वाले भारतीय नागरिकों से जुड़े प्रश्नों के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। अपने जवाब में उन्होंने वर्ष 2011-2018 के संबंधित आंकड़े भी साझा किए। वर्ष 2023 में, अपनी नागरिकता त्यागने वाले भारतीयों की संख्या 2,16,219 (2.16 लाख) थी।
आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 के लिए यह आंकड़ा 2,25,620 (2.25 लाख) था वहीं वर्ष 2021 में यह संख्या 1,63,370 (1.63 लाख) और वर्ष 2019 में 1,44,017 (1.44 लाख) थी। आप सदस्य राघव चड्ढा का प्रश्न यह भी था कि क्या सरकार ने इतनी अधिक संख्या में लोगों के नागरिकता छोडऩे के कारणों का पता लगाने के लिए कदम उठाए हैं? उन्होंने यह भी सवाल किया था कि क्या सरकार ने नागरिकता के त्याग के कारण ‘‘वित्तीय और प्रतिभा पलायन” और देश को होने वाले नुकसान का पता लगाने की कोशिश की है।