सीता का रोल करने वालीं दीपिका चिखलिया की तो लोग पूजा तक करने लगे थे
कम लोग ही जानते हैं कि दीपिका चिखलिया ने अजमाई थी राजनीति में भी अपनी किस्मत
चंडीगढ, 29 अप्रैल (विश्ववार्ता) रामानंद सागर के धारावाहिक ‘रामायण’ की सीता यानी दीपिका चिखलिया 59 साल की हो गई हैं. 1987 में जब यह धारावाहिक पहली बार प्रसारित हुआ था, तब इसका क्रेज ऐसा था कि लोग पर्दे पर राम (अरुण गोविल) और सीता (दीपिका चिखलिया) को असली राम और सीता मानकर उनके पैर छूने लगे थे. दीपिका की मानें तो लोगों में अब भी उनका उतना ही सम्मान है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “मुंबई में नहीं, लेकिन जब भी हम छोटे शहरों में जाते हैं, तो लोग मुझे सीता समझते हैं और पैर छूने लगते हैं.”
दीपिका ने बताया था कि उनके पिता का ट्रांसफर कोलकाता में हुआ जहां वह चार साल रही थीं। इस दौरान बंगाली फिल्मों के जाने माने अभिनेता उत्तम कुमार ने उन्हें एक पार्टी देखा तो उन्होंने अभिनेत्री को अपनी फिल्म में बाल कलाकार के रूप में लेने की बात कही। हालांकि दीपिका छोटी थी, इसलिए उनके माता-पिता ने इसकी इजाजत नहीं दी।
सीता के प्रतिष्ठित चरित्र को निभाने के बावजूद, दीपिका नहीं चाहती कि उन्हें उनके करियर में केवल रामायण के लिए याद किया जाए. इसके साथ ही दीपिका ने कहा, “यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार है. ऐसी भूमिकाएं हर दिन नहीं आती हैं. लॉकडाउन पूरा होने के बाद मैं कुछ ऐसा करूंगी. जब मैं मर जाऊंगी, तो मेरे काम की पहचान ‘रामायण’ के लिए नहीं होनी चाहिए. बल्कि कुछ और से भी होना चाहिए. मेरी कन्नड़ और बंगला फिल्मों ने रिकॉर्ड तोड़े हैं. मुझे ‘रामायण’ के अलावा हिंदी सिनेमा में अच्छा काम करना चाहिए. मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि मैं अपनी संतुष्टि के लिए नए ‘रामायण’ की विरासत को आगे बढ़ा सकूं.”