सरकार का बड़ा फैसला: एक देश एक चुनाव यानि कि वन नेशन वन इलेक्शन बिल कैबिनेट में पास
अब संसद में होगा पेश
अश्विनी वैष्णव ने कहा- बड़ी संख्या में इस पहल को समर्थन
वहीं ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि, राजनीतिक स्पेक्ट्रम में बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों ने वास्तव में एक राष्ट्र एक चुनाव पहल का समर्थन किया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, यह एक ऐसा विषय है, जो हमारे राष्ट्र को मजबूत करेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, बहुत जल्दी विपक्ष में आंतरिक दबाव (एक राष्ट्र एक चुनाव के बारे में) न बनने लगे क्योंकि 80% से अधिक लोगों ने इसे सकारात्मक समर्थन दिया है, खासकर युवा, वे इसके पक्ष में हैं।
अलग-अलग चुनाव में समय बर्बाद होता है
वहीं हाल ही में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर बयान देते हुए कहा था, “मैं कृषि मंत्री हूँ लेकिन जब चुनाव आए तो मैं तीन महीने चुनाव प्रचार में व्यस्त रहा। अलग-अलग चुनाव होने से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक, अधिकारी, कर्मचारी सबका समय बर्बाद होता है और सारे विकास कार्य ठप हो जाते हैं। फिर नई-नई घोषणाएं करनी पड़ती हैं। जनहित के काम पीछे छूट जाते हैं।
चौहान ने कहा कि, ”इतना ही नहीं, बहुत बड़ा खर्च भी होता है, चुनाव आयोग भी खर्चा करता है, वो पैसा जनता का ही होता है और फिर राजनीतिक पार्टियां भी खर्च करती हैं। इतना समय बर्बाद होता है। ये हमारे विकास में बाधा है। इसलिए संविधान में संशोधन करके सभी विधानसभा और लोकसभा के चुनाव 5 साल में एक बार एक साथ होने चाहिए, इसके लिए हमें जनजागृति पैदा करनी चाहिए।