सब्जियों की कीमत में लगी ‘आग,बिगड़ा खाने का जायका
प्याज-टमाटर के बाद अब लहसुन ने बिगाड़ा स्वाद
फलों ने भी छुड़ाए लोगों के पसीने
चंडीगढ़, 16 जुलाई (विश्ववार्ता) इस बार देश मे फल सब्जियों ने आम आदमी से लेकर खास तक सभी की कमर तोड कर रख दी है। बरसात और बदलते मौसम के कारण सब्जी व फलों के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसके चलते लोगों को रसोई चलाना मुश्किल हो गया है. जानकारी के अनुसार, सिरसा में प्याज के दाम ₹60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं, जबकि लहसुन की कीमत ₹300 रुपए किलो से अधिक है. इसके अलावा हरी सब्जियों के दामों में भी इजाफा देखने को मिला है।
बरसात और बदलते मौसम के कारण सब्जी व फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। नौबत यहां तक आ चुकी है कि सब्जियों और फल के दाम दोगुना हो गए हैं।हरियाणा में हो रही बारिश का असर अब सब्जियों के दामों पर भी पड़ रहा है। बरसात और बदलते मौसम के कारण सब्जी व फलों के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसके चलते लोगों को रसोई चलाना मुश्किल हो गया है।
जानकारी के अनुसार, सिरसा में प्याज के दाम ₹60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं, जबकि लहसुन की कीमत ₹300 रुपये किलो से अधिक है। इसके अलावा हरी सब्जियों के दामों में भी इजाफा देखने को मिला है। दरअसल, मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण सब्जियों के दाम और भी बढ़ सकते हैं। सब्जी दुकानदारों का कहना है कि दाम बढ़ जाने के कारण खरीददारी में कमी आई है।
अगर बारिश ऐसे ही होती रही तो तो अगले कुछ और दिनों तक सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है। सिरसा की सब्जी मंडी में इस समय प्याज 60 से 70 रुपये किलो, टमाटर 70 रुपये किलो, आलू 40 रुपये किलो, लहसुन 300 रुपये किलो, खीरा 60 रुपये किलो, अरबी 80 रुपये किलो, नींबू 150 रुपये किलो तक बिक रहा है। बारिश की वजह से सब्जियों के दामों में डेढ़ गुना वृद्धि हुई है। सब्जियों और फल के दामों में आए उछाल के कारण आम जनता को अपनी जेब काफी ढीली करनी पड़ रही है।
महंगी सब्जियां होने की वजह से आम लोग आर्थिक नुकसान भी झेल रहे हैं। नौबत यहां तक आ चुकी है कि सब्जियों और फल के दाम दोगुना हो गए हैं। सिरसा की सब्जी मंडी में आने वाले ग्राहकों का मानना है कि पहले के मुकाबले रोजाना अब सब्जियों और फलों के दामों में बढ़ोतरी हो रही है, जिस वजह से वह पहले के मुकाबले अब कम ही सब्जियां और फल खरीद पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर एक सब्जी और फल के लिए दोगुना रेट देना पड़ रहा है।