संघ लोक सेवा आयोग को मिला अपना नया अध्यक्ष
UPSC की नई अध्यक्ष बनी हरियाणा की रिटायर्ड IAS प्रीति सूदन
चंडीगढ, 1 अगस्त (विश्ववार्ता) संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को आज अपना नया अध्यक्ष मिल गया है. रिटायर्ड सीनियर आईएएस प्रीति सूदन यूपीएससी की नई चेयरपर्सन बनी हैं। यूपीएससी के अध्यक्ष रहे मनोज सोनी द्वारा एक महीने पहले इस्तीफा देने के बाद प्रीति सूदन की नियुक्ति की गई है. प्रीति सूदन 1 अगस्त से कार्यभार संभालेंगी. बता दें कि प्रीति सूदन जुलाई 2020 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव पद से सेवानिवृत्त हैं।
प्रीति सूदन गुरुवार यानी 1 अगस्त को आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगी. कर्नाटक कैडर की 1983 बैच की आईएएस प्रीति सूदन का कार्यकाल अप्रैल 2025 तक रहेगा। यूपीएससी की नवनियुक्त चेयरमैन प्रीति सूदन कर्नाटक कैडर की आईएएस अधिकारी और हरियाणा की रहने वाली हैं. 1983 बैच की आईएएस सूदन चार साल पहले ही रिटायर हुई हैं. अपने कार्यकाल में वह केंद्र सरकार के कई विभागों में कार्यरत रही हैं. कुछ समय के लिए वह केंद्र सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय में भी रहीं।
इसके अलावा रक्षा मंत्रालय के सचिव के रूप में भी उन्होंने कार्य किया. खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग में भी उनकी नियुक्ति हुई. प्रीति सूदन भारत सरकार की स्वास्थ्य सचिव के पद पर भी रहीं. उनका कार्यकाल अक्टूबर 2017 से जुलाई 2020 तक रहा. उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान मुख्य रणनीतिकार की भूमिका निभाई।
हरियाणा की रहने वाली प्रीति सूदर आंध्र प्रदेश कैडर 1983 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. उनके पास प्रशासनिक कार्यों का करीब 37 साल का अनुभव है. उनकी नियुक्ति अनुच्छेद 316 ए के तहत की गई है. वह यूपीएससी अध्यक्ष पद अप्रैल 2025 तक संभालेंगी. प्रीति सूदन साल 2022 में यूपीएससी से जुड़ी थीं. यूपीएससी के साथ जुड़ने के बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसलों में सही राय दी है. उनके काम को देखते हुए अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया।
रिटायर्ड प्रीति सूदन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में एम.फिल और सामाजिक नीति एवं नियोजन में एमएससी की डिग्री प्राप्त की है. आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की आईएएस अधिकारी सूदन जुलाई 2020 में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के पद से रिटायर्ड हुईं. प्रीति सूदन ना सिर्फ यूपीएससी, बल्कि महिला एवं बाल विकास और रक्षा मंत्रालय के अलावा खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के तौर पर भी काम कर चुकी हैं।