शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को झटका
केजरीवाल को भेजा इतने दिन की सीबीआई रिमांड पर
सीबीआई ने क्यों मांगी केजरीवाल की रिमांड ?
चंडीगढ़, 27 जून (विश्ववार्ता) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तीन दिनों की सीबीआई रिमांड में भेज दिया है। सीबीआई ने कोर्ट में केजरीवाल को पेश करके पांच दिन की कस्टडी मांगी थी। इस मामले में अगली सुनवाई 29 जून को होगी।
केजरीवाल को सीबीआई ने सुबह गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया, जहां सुनवाई के दौरान सीबीआई ने आरोप लगाया कि जिस कैबिनेट ने नई आबकारी नीति को मंजूरी दी थी, उसका ना महज अरविंद केजरीवाल हिस्सा थे, बल्कि उन्होंने इस घोटाले में अहम भूमिका भी निभाई थी
सीबीआई ने कहा कि वो केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का आमना-सामना कराकर पूछताछ करना चाहते हैं, जिसे देखते हुए उनकी हिरासत जरूरी है। इसके अलावा, सीबीआई ने दावा किया कि जांच जारी है, जुलाई तक पूरी हो जाएगी।
वहीं, सीबीआई ने दावा किया कि केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया पर सारा दोष मढ़ा है, लेकिन केजरीवाल ने अदालत में कहा कि उन्होंने सिसोदिया को निर्दोष बताया है। उन्होंने सिसोदिया पर इस मामले में किसी भी प्रकार का आरोप नहीं लगाया। सीबीआई ने सुबह अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां उनका शुगर लेवल अचानक डाउन हो गया, जिसके बाद उन्हें अलग कमरे में ले जाकर चाय और बिस्कुट खिलाई गई।
केजरीवाल की हिरासत की मांग करते हुए सीबीआई ने अदालत से कहा कि मामले में बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ की जरूरत है। उसने यह भी कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का मामले में मौजूद सबूतों और अन्य आरोपियों से आमना-सामना कराया जाना जरूरी है। संघीय एजेंसियों ने पहले दावा किया था कि अब खत्म कर दी गई आबकारी नीति को तैयार करने के संबंध में एक तथाकथित “दक्षिण लॉबी” द्वारा निर्देशन दिया गया था और मुख्यमंत्री इस सबमें शामिल थे।