लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं तेज
लोकसभा चुनाव के बीच खुद जारी किया यह बयान, कुलदीप बिश्नोई ने किया ट्वीट
चंडीगढ़, 23 अप्रैल (विश्ववार्ता) देश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो चुका है. इस बीच भी एक पार्टी के नेता दूसरे दल में शामिल हो रहे हैं। वहीं कुछ नेताओं के दल बदलने की भी चर्चा हो रही है। इसमें बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई का नाम भी शामिल हैं. कुलदीप बिश्नोई के कांग्रेस में जाने की चर्चा शुरू हो गई है। इस बीच बीजेपी नेता की तरफ से प्रतिक्रिया आई है।
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “सोशल मीडिया पर मेरे कांग्रेस में जाने की कुछ खबरें चल रही हैं, जो कि पूरी तरह से भ्रामक और निराधार है. मैंने संघ परिवार और भारतीय जनता पार्टी का साधारण कार्यकत्र्ता बनकर काम किया है और आगे भी संघ परिवार और पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करता रहूंगा।
कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर एक पोस्ट डालते हुए लिखा- “सोशल मीडिया पर मेरे कांग्रेस में जाने की कुछ खबरें चल रही हैं, जो कि पूरी तरह से भ्रामक और निराधार है. मैंने संघ परिवार और भारतीय जनता पार्टी का साधारण कार्यकत्र्ता बनकर काम किया है और आगे भी संघ परिवार और पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करता रहूंगा.”
दरअसल, कुलदीप बिश्नोई के बीजेपी छोडक़र जाने की चर्चा तब से शुरू हुई है जब बीजेपी की तरफ से हिसार लोकसभा सीट पर उन्हें टिकट नहीं दिया गया। जबकि कुलदीप बिश्नोई हिसार लोकसभा सीट से पुरजोर दावेदारी पेश कर रहे थे। लेकिन बीजेपी ने कुलदीप बिश्नोई की जगह रणजीत चौटाला को मैदान में उतारा। आपको बतादें कि, कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के तीन बार मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजन लाल के बेटे हैं।
गौरतलब है कि कुलदीप बिश्नोई 4 अगस्त 2022 को बीजेपी में शामिल हुए थे। उस समय दिल्ली में कुलदीप बिश्नोई ने अपने परिवार समेत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा था। बीजेपी जॉइन करने से पहले कुलदीप बिश्नोई ने आदमपुर विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया था। कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस में बगावत दिखाई थी। जिसके बाद उन्हें पार्टी ने निलंबित कर दिया था। दरअसल, कुलदीप बिश्नोई की कांग्रेस से तकरार उस वक्त शुरू हुई जब पार्टी ने हरियाणा में कुमारी सैलजा को अध्यक्ष पद से हटाने के बाद उदय भान की अध्यक्ष पद पर नियुक्ति कर दी। यही बात कुलदीप बिश्नोई को खराब लगी। जिसके बाद उनका कांग्रेस से मोह भंग हो गया और 2022 में हरियाणा के राज्यसभा चुनाव में उन्होने अपना बागी रुख दिखा दिया। कुलदीप बिश्नोई ने चुनाव में अपनी अंतरआत्मा से वोट दिया और माना जाता है कि यह वोट बीजेपी के कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में गया।
इसके बाद कुलदीप बिश्नोई के क्रॉस वोटिंग करने के आरोप में कांग्रेस हाईकमान सख्त हो गया और कुलदीप बिश्नोई को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही कुलदीप बिश्नोई से केंद्रीय कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की सदस्यता भी छीन ली गई थी। साथ ही कांग्रेस हाईकमान द्वारा हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष को कुलदीप बिश्नोई की विधानसभा से सदस्यता रद्द करने के लिए पत्र भी लिखा गया था।