राष्ट्रपति ने मंडेला विरासत स्थलों को NESCO सूची में शामिल करने का किया स्वागत
चंडीगढ, 1 अगस्त (विश्ववार्ता) राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने दिवंगत राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला से जुड़े दक्षिण अफ्रीका के कई प्रतिष्ठित स्थलों को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक , वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) विश्व धरोहर स्थलों के रूप में सूचीबद्ध किए जाने का स्वागत किया है। यूनेस्को ने मंडेला से जुड़े 14 समेत अन्य स्थलों को ‘ मानव अधिकार , मुक्ति और सुलह : नेल्सन मंडेला विरासत स्थल ’ के रूप में सूचीबद्ध किया है।
मंडेला ने दशकों तक श्वेत अल्पसंख्यक रंगभेद शासनकाल वाले दक्षिण अफ्रीका में 27 वर्ष तक राजनीतिक कैदी के रूप में जेल की सजा काटी थी और इसके बाद वह देश के लोकतांत्रिक रूप से पहले निर्वाचित राष्ट्रपति बने। नयी दिल्ली में यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 46 वें सत्र में यह घोषणा की गई। कार्यक्रम बुधवार को समाप्त हो रहा है। रामाफोसा के कार्यालय ने सोमवार को कहा, ‘‘सामूहिक रूप से यह संपत्ति उन घटनाओं और विचारों को प्रर्दिशत करती है।
जो दक्षिण अफ्रीका के मुक्ति संघर्ष के मूल के रूप में काम करती हैं, जो एक चौथाई सदी बाद भी मानवता को सुलह को अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं। इसमें कहा गया है,‘‘ये 14 घटक मानव अधिकारों, मुक्ति और सुलह की विजय में मजबूत स्मृतियों और विश्वासों का उदाहरण हैं। ’’ इसमें देश , इसके इतिहास और समृद्ध विरासत को दिए गए सम्मान के लिए यूनेस्को को धन्यवाद दिया गया है। इन स्थलों में प्रिटोरिया में यूनियन बिल्डिंग्स शामिल हैं।
जहां मंडेला ने पहली बार कार्यालय संभाला था और जोहानिसबर्ग में कांस्टीट्यूशन हिल , दक्षिण अफ्रीका के सर्वोच्च न्यायिक कार्यालय का मुख्यालय है , जो कभी कुख्यात फोर्ट जेल हुआ करता था। यहां मंडेला और उनसे पहले महात्मा गांधी दोनों को कैद किया गया था। यूनियन बिल्डिंग्स विश्व धरोहर सूची में शामिल क्रेमलिन , कासुबी टॉम्ब्स , ताज महल , वेटिकन और अन्य वैश्विक स्थलों में शामिल हो गई है। बयान में कहा गया है कि इन दो क्रमिक संपत्तियों के शामिल होने से दक्षिण अफ्रीका की विश्व धरोहर स्थलों की सूची बढकऱ 12 हो गई है।
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