राजा वंडिग ने संसद मे स्वास्थ्य मंत्री को घेरा
कहा आम आदमी के लिए कैंसर का मुफ्त उपचार क्यो नही किया जा सकता ?
चंडीगढ, 27 जुलाई (विश्ववार्ता) पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग ने आज संसद में भाजपा सरकार, खास तौर पर स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से भारत में कैंसर और उसके उपचार के ज्वलंत मुद्दे पर ध्यान देने की अपील की। कैंसर के मामलों में खतरनाक वृद्धि पर प्रकाश डालते हुए वडि़ंग ने कहा कि “कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो हमारे देश में बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करती है। 4 जून को लुधियाना से सांसद चुने जाने के बाद से मैंने कैंसर के उपचार से संबंधित कई पत्रों पर हस्ताक्षर किए हैं और पीएम राहत कोष के माध्यम से सब्सिडी मांगी है।
उन्होंने कहा, कि “भारत, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, लेकिन अभी भी एक बड़ी आबादी गरीबी रेखा से नीचे या कम विशेषाधिकार प्राप्त जीवन जी रही है। इन व्यक्तियों को कैंसर के इलाज के लिए पर्याप्त वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है। वे इन उपचारों के लिए धन जुटाने के लिए बहुत संघर्ष करते हैं, चाहे वह पीएम राहत कोष के माध्यम से हो या अन्य माध्यमों से।” राजा वडि़ंग ने स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से महत्वपूर्ण सवाल पूछे और कैंसर के इलाज के प्रति अधिक सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।
“कैंसर का इलाज और उसकी दवा जरूरतमंदों के लिए मुफ्त क्यों नहीं की जा सकती? जब इलाज पहले से ही इतना महंगा है तो दवा पर छूट कैसे मदद करेगी? हमारे देश में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का इलाज मुफ्त क्यों नहीं हो सकता, खासकर वंचित लोगों के लिए? भारत सरकार पहले से ही कैंसर से पीडि़त परिवारों की पीड़ा को कम करने के लिए इसका इलाज मुफ्त क्यों नहीं कर रही है?” उन्होंने भावुक होकर कहा, कि “क्या हम यह सुनिश्चित नहीं कर सकते कि एक निश्चित आय स्तर के लोगों को मुफ्त कैंसर का इलाज मिले? केवल सब्सिडी देने के बजाय, क्या भारत सरकार ऐसे व्यक्तियों के लिए मुफ्त इलाज की पेशकश नहीं कर सकती और जान नहीं बचा सकती?”
अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग की मांगें एक मजबूत और न्यायसंगत स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती हैं जो सभी नागरिकों, खासकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देती है। वंचितों के लिए मुफ्त कैंसर उपचार के लिए उनका आह्वान हर भारतीय के लिए स्वास्थ्य सेवा को सुलभ और किफायती बनाने के व्यापक लक्ष्य से मेल खाता है।