यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का बडा बयान आया सामने
कहा मोदी सरकार कुछ दिनों की है मेहमान
चंडीगढ, 22 जुलाई (विश्ववार्ता) लोकसभा चुनाव-2024 में बीजेपी को बहुमत नहीं मिला। जिसके बाद पार्टी ने एनडीए के अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर केंद्र में सरकार बनाई और इस तरह से नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन पाए। वहीं सरकार बनने के बाद जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार और टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू की काफी चर्चा रहती है। दरअसल, सरकार बनाने में ये दोनों ही बड़ी भूमिका में हैं।
जहां ऐसे में इन दोनों नेताओं के सरकार से टूटने की आशंका भी गरमा-गरमा में रहती है। खासकर नीतीश कुमार को लेकर। इनके टूटने की आशंकों से विपक्ष को बल मिलता है और फिर सरकार गिरने वाले बयान शुरू हो जाते हैं। अभी सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार गिरने की बात कही है। अखिलेश यादव का कहना है कि, ‘दिल्ली में जो चल रही है वो सरकार गिरने वाली है। सत्ता में आए कुछ लोग, बस कुछ दिन के ही मेहमान हैं।
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बुलावे पर अखिलेश यादव आज कोलकाता पहुंचे थे और यहां वह टीएमसी की शहीद दिवस रैली में शामिल हुए। यह रैली कार्यकर्ताओं की शहादत में रखी गई थी। रैली में अखिलेश यादव ने ममता दीदी की काफी सराहना की।
अखिलेश ने कहा कि, ममता दीदी ने बंगाल में बीजेपी को पीछे छोड़ दिया है। वहीं लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश ने भी ममता दीदी के साथ मिलकर बीजेपी को पीछे छोड़ दिया। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, जब हम देश की राजनीति को देखते हैं तो आज की चुनौती बढ़ी है। सांप्रदायिक ताकतें षड्यंत्र रच रही हैं। जो सत्ता में लोग हैं और दिल्ली के इशारे पर जो लोग अलग-अलग जगहों पर बैठे हैं वो लगातार षड्यंत्र कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, मैंने पहले भी कहा था और आज भी कहता हूं, जो दिल्ली में सरकार में बैठे लोग हैं. ये कुछ लोग, कुछ दिन के लिए सत्ता में आए हैं ये कुछ दिन के ही मेहमान हैं। दिल्ली की सरकार चलने वाली नहीं है। वो सरकार गिरने वाली है। हम और आप एक दिन देखेंगे कि यही सरकार गिरेगी और हमारे आपके लिए खुशियों के दिन आएंगे।
ममता बनर्जी ने कहा- सरकार कभी भी जा सकती है
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी का अभिनंदन करना चाहूंगी क्योंकि उत्तर प्रदेश में पार्टी ने जो खेल दिखाया है। वो बीजेपी के लिए बड़ा झटका है और इसलिए मैं अखिलेश यादव की बात से सहमत हूं कि दिल्ली में सरकार ने एजेंसी लगाकर, चुनाव आयोग को लगाकर जो सरकार लाई गई है, वह सरकार स्थिर नहीं है, वह सरकार कभी भी जा सकती है।