यूटी प्रशासन की ओर से अनधिकृत धार्मिक स्थलों को हटाने की कार्रवाई जारी
अवैध रूप से बने धर्मस्थलों पर चला बुलडोजर
चंडीगढ़, 13 जुलाई (विश्ववार्ता) यूटी प्रशासन और नगर निगम की ओर से अनधिकृत धार्मिक स्थलों को हटाने की कार्रवाई जारी है। भारी पुलिस सुरक्षा में धनास स्मॉल फ्लैट्स के बीच ग्राउंड में बनाए गए चार धार्मिक स्थलों को हटा दिया गया। स्थानीय पार्षद रामचंदर यादव ने इस कार्रवाई का विरोध किया। कुछ देर हंगामा हुआ। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।शहर में 150 से ज्यादा अनधिकृत धार्मिक स्थलों को नगर निगम और प्रशासन की तरफ से नोटिस दिया गया था, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। धनास में तोड़े गए धार्मिक स्थल करीब 14 साल पुराने थे।
गौर हो कि चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में अवैध रूप से बने करीब 150 मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च को नोटिस जारी किया था। उन्हें चार हफ्ते का समय दिया गया था।
अब प्रशासन ने इन पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। इसमें करीब 106 धार्मिक स्थल ऐसे हैं, जो नगर निगम की जमीन पर बने हुए हैं, जबकि बाकी धार्मिक स्थल चंडीगढ़ प्रशासन की जमीन पर है। यह कार्रवाई चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा हाई कोर्ट के आदेश पर की जा रही है। हाई कोर्ट ने पिछले दिनों एक मामले में सार्वजनिक जमीन पर बने धार्मिक स्थलों को हटाने का आदेश सुनाया था। पिछले दिनों चंडीगढ़ के डीसी विनय प्रताप सिंह ने इस मामले को लेकर सभी विभागों के साथ एक बैठक की थी और अवैध निर्माण की सूची तैयार करने को कहा था। बैठक में एसडीएम और सीडीपीओ को भी इन सभी धार्मिक स्थलों को गिराने के लिए योजना तैयार करने के आदेश दिए थे। वहीं डीसी ने नगर निगम के इंजीनियरिंग विभाग को ऐसे सभी अवैध ढांचों की बिजली और पानी के कनेक्शन काटने के आदेश दिए थे। डीसी ने कहा था कि जो भी कार्रवाई होगी, उसकी तुरंत रिपोर्ट दी जाए, क्योंकि यह सारी कार्रवाई पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की निगरानी में हो रही है। अब इस मामले में हाई कोर्ट 20 अगस्त को सुनवाई करेगा।