यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से बढ़ रही आगे, तीर्थयात्रियों का एक और जत्था घाटी के लिए रवाना
चंडीगढ, 25 जुलाई (विश्ववार्ता) 29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही है। बुधवार सुबह 2,907 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से दो सुरक्षा काफिलों के बीच घाटी के लिए रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया, ‘पहला सुरक्षा काफिला 41 वाहनों में 1,134 यात्रियों को लेकर उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि दूसरा सुरक्षा काफिला 62 वाहनों में 1,773 यात्रियों को लेकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।
दोनों काफिले बुधवार सुबह 4:40 बजे जम्मू से रवाना हुए। गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं।
पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को पवित्र गुफा में दर्शन करने वालों में 7,760 पुरुष, 2,772 महिला , 175 साधु और एक साध्वी शामिल हैं। सुरक्षा बलों के 1,600 से अधिक जवानों और 174 बच्चों ने भी तीर्थयात्रा की। अधिकारियों के अनुसार इस साल की यात्रा में दो मौतें हुई हैं जिनमें हरियाणा का एक सेवादार और झारखंड का एक तीर्थयात्री शामिल है। बालटाल मार्ग पर जून के महीने में दिल का दौरा पड़ने से दोनों की मौत हो गई थी। यह 52 दिवसीय तीर्थयात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी। पिछले वर्ष 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर में दर्शन किए थे।