महेंद्रगढ़ जिले में हुए स्कूल बस हादसे के बाद आरटीए की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद स्कूल संचालक और आरटीए आमने-सामने
निजी स्कूल संचालकों ने ये हैं मांग
चंडीगढ, 16 अप्रैल (विश्ववार्ता) महेंद्रगढ़ जिले में हुए स्कूल बस हादसे के बाद आरटीए की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद कैथल में नाराज स्कूल संचालक व आरटीए आमने-सामने हैं। नाराज निजी स्कूल संचालकों ने सोमवार से हड़ताल शुरू कर दी है। उधर, लघु सचिवालय में एडीसी को मिलकर ज्ञापन भी दिया। कैथल में लघु सचिवालय में एडीसी सी जय श्रद्धा से मिलकर ज्ञापन दिया गया। चालान के विरोध में निजी स्कूल संचालकों ने तीन दिवसीय हड़ताल शुरू की है।
निजी स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारी डॉ. वरुण जैन ने बताया कि इस समय आरटीए विभाग की ओर से निजी स्कूल संचालकों को उनकी बसों की पासिंग करवाने के लिए माह में दो दिन का समय दिया गया है। जबकि यदि इस दौरान मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर छुट्टी कर ले या बस में कमी मिल जाए तो वे बस संचालित नहीं हो पाती हैं। ऐसे में एक महीने की प्रक्रिया में तीन महीने का समय लगता और स्कूल संचालक को नुकसान हाेता है। इसलिए महीने में कम से कम 15 दिन तक बसों की पासिंग की प्रक्रिया शुरू की जाए। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अब आरटीए विभाग की ओर से जब्त की गई बसों की चालान राशि भरकर सभी बसों को छोड़ा जाए, ताकि स्कूल संचालकों को बसों को चलाने में परेशानी न हो।