भीषण गर्मी को देखते हुए इस राज्य मे स्कूलों मे और बढाई गई छुट्टियां
इस तारिख तक स्कूल जायेगे विद्यार्थीगण
इस तारिख तक भीषण गर्मी और लू की चपेट में उत्तर भारत
चंडीगढ, 15 जून (विश्ववार्ता): पूरा उत्तर भारत इस समय भीषण गर्मी की मार झेल रहा है हर तरफ आम जन जीवन पूुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है वही यूपी सरकार ने भीषण गर्मी को देखते हुए परिषदीय स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां 24 जून तक के लिए बढ़ा दी गई हैं। वहीं, बच्चे 28 जून से स्कूल आएंगे। 28 जून से बच्चे सुबह 7.30 बजे से 10.00 बजे तक उपस्थित रहेंगे। वहीं, एक जुलाई से स्कूलों का समय सुबह 7.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक कर दिया गया है।
इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने जानकारी दी है। बता दें कि भीषण गर्मी को देखते हुए शिक्षक संगठनों ने गर्मी की छुट्टियां बढ़ाने की मांग की थी। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को भेजे पत्र में कहा था कि पूरा प्रदेश भीषण गर्मी व लू से तप रहा है। ऐसे में विद्यालयों को 18 जून से खोलना हितकर नहीं होगा। वहीं शिक्षकों की परस्पर तबादले की प्रक्रिया भी चल रही है। इसे देखते हुए परिषदीय विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियां 30 जून तक की जाएं।
मानसून के स्थिर हो जाने से उत्तर भारत के ज्यादातर राज्य 17 जून तक भीषण गर्मी की चपेट मे रहने वाले हैं। मौसम विभाग (आईएमडी) ने गर्मी को लेकर, बंगाल, बिहार, झारखंड में भीषण गर्मी और लू का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक इन राज्यों के ज्यादातर हिस्सों में 14 से 17 जून तक तापमान 45 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में लू चलने के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और हिमाचल में किसी-किसी जगह पर गर्म हवा चल सकती हैं। बृहस्पतिवार को देश का सबसे ज्यादा तापमान बिहार के बक्सर में 47.2 डिग्री सेल्सियस रहा। उधर, दार्जिलिंग, सिक्किम में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। उत्तरी बंगाल के गई इलाके जलमग्न हो गए हैं। सिक्किम में वर्षाजनित आपदाओं में 6 लोगों की मौत हो गई।
नई दिल्ली में बृहस्पतिवार को भीषण गर्मी के बीच अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा है। जबकि, न्यूनतम तापमान 29.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन-चार दिन के भीतर मानसून महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ेगा। हालांकि, पिछले तीन दिन से मानसून लगभग स्थिर बना हुआ है।
वहीं, पू्र्वोत्तर में एक चक्रवाती परिसंचरण जारी है, साथ ही एक पू्र्वी-पश्चिमी निम्नदाब क्षेत्र बना हुआ है, जो उत्तर-पश्चिमी बिहार से नगालैंड तक फैला है। इन दोनों कारणों से पूर्वोत्तर में भारी बारिश का अनुमान है। खासतौर पर सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में 14 से 17 जून के बीच भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा में कुछ जगहों पर गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर भी क्षोभ मंडल के निम्न व मध्य स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसकी वजह से अगले तीन दिन में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में 40-60 किमी प्रतिघंटे की हवाओं व गर्जन के साथ बारिश हो सकती है।