भारत की तरफ आंख उठाने वालों की अब खैर नही, नौसेना की बढ़ेगी और ताकत
बेड़े में शामिल होंगी आधुनिक तकनीक की इतनी पनडुब्बी
भारतीय नौसेना को मिलेंगी कुल इतनी पनडुब्बियां
चंडीगढ, 18 जून (विश्वकप) भारत की तरफ आंख उठाने वालों की अब खैर नही है। भारतीय नौसेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। दरअसल, भारतीय नौसेना आने वाले दिनों में स्पेन में ‘प्रोजक्ट 75 भारत’ (पी75आई) के तहत अत्याधुनिक उपकरणों का परीक्षण करेगी। स्पेन की एक जहाज निर्माता कंपनी नवंतिया के मुताबिक, इस परीक्षण के बाद भारतीय नौसेना को छह आधुनिक पनडुब्बियां मिलेंगी, जो भारतीय नौसेना के बेड़े को और ताकतवर बनाएंगी. नवंतिया के चेयरमैन रिकार्डो डोमिंगुज गार्सिया बाकुएरो के मुताबिक, स्पेनिस सरकार और नौसेना पी75आई को लेकर काफी उत्साहित है।
नवंतिया के चेयरमैन रिकार्डो डोमिंगुज गार्सिया बाकुएरो का कहना है कि स्पेन की सरकार और नौसेना पी75आई को लेकर काफी उत्साहित है और हर तरह से इस प्रोजक्ट में भारत की मदद करना चाहती है। इस योजना के तहत भारत सरकार के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। नवंतिया के प्रमुख ने कहा कि जून के आखिरी सप्ताह से भारतीय नौसेना कार्टाजेना के पोत कारखाने में वायु स्वतंत्र प्रणोदन परीक्षण की शुरुआत करेगी।
यही नहीं कंपनी इस प्रोजक्ट में भारत की मदद भी करना चाहती है. इस प्रोजेक्ट के तहत भारत सरकार के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे. नवंतिया के प्रमुख ने कहा कि इसी महीने के आखिरी सप्ताह में भारतीय नौसेना कार्टाजेना के पोत कारखाने में वायु स्वतंत्र प्रणोदन परीक्षण की शुरुआत करेगी।
रिकार्डो डोमिंगुज का कहना है कि लइस परीक्षण में उनका साथ लार्सन एंड टर्बो (एल एंड टी) कंपनी देगी. इस परीक्षण के दौरान भारतीय नौसेना को विश्व स्तर की एआईपी तकनीक के बारे में जानकारी मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय नौसेना एआईपी तकनीक से सुसज्जित छह पनडुब्बियों का अधिग्रहण करेगी. इस तकनीक की मदद से पनडुब्बियां लंबे समय तक पानी के भीतर रहकर काम कर सकती है. बता दें कि इससे पहले भारतीय नौसेना के पास एआईपी सिस्टम वाली कोई पनडुब्बियां नहीं थीं.
बता दें कि ये परियोजना करीब 60 हजार करोड रुपये की है. जिसमें एल एंड टी और नवंतिया के साथ जर्मनी की थिसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स और भारत की मझगांव डॉकयाड्र्स लिमिटेड का नाम भी शामिल है।
गौरतलब है कि नवंतिया ने भारतीय नौसेना की परियोजना के लिए स्-80 पनडुब्बी के डिजायन की पेशकश की है. इनमें से एक पनडुब्बी इसी साल स्पेनिश नौसेना में शामिल हुई थी. नवंतिया ने दावा किया कि एस-80 की खासियत ये है कि यह बिना किसी पुनर्निमाण की जरूरत के क्क75(ढ्ढ) की तकनीक जरूरतों को आसानीसे पूरा कर सकती है।