बांग्लादेश मे आरक्षण विरोधी आग भडकी
अब तक आंदोलन के दौरान इतने लोग समाये मौत के मुंह मे
कई स्थानों पर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद
चंडीगढ, 19 जुलाई (विश्ववार्ता) बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी है। बृहस्पतिवार को पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प में 18 लोग मारे गए। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे सैकड़ों प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं। प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए ढाका में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। प्रदर्शन को दबाने के लिए कई स्थानों पर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
बढ़ती झड़प के कारण अधिकारियों को दोपहर से ढाका आने-जाने वाली रेलवे सेवाओं के साथ-साथ राजधानी में मेट्रो रेल सेवा को भी बंद करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने ढाका के रामपुरा इलाके में सरकारी बांग्लादेश टेलीविजन भवन की घेराबंदी कर दी। सामने के हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया। कई वाहनों को आग लगा दी गई। पत्रकारों सहित लगभग 1,200 कर्मचारी अंदर ही फंस गए थे।
बांग्लादेश में जारी ¨हसा के बीच 300 से अधिक भारतीय, नेपाली और भूटानी नागरिक मेघालय में प्रवेश कर गए। इनमें अधिकांश छात्र हैं। गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश में ¨हसा के कारण फंसे 310 भारतीय, नेपाली और भूटानी डाउकी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के जरिए भारत आ गए हैं। इनमें 202 भारतीय, 101 नेपाली और सात भूटानी नागरिक हैं। उधर, असम की सरकार ने कहा है कि वह पड़ोसी देश में रह रहे अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के संपर्क में है।