प्रशासक बनवारी लाल व मेयर कुलदीप के बीच आपसी टकराव जारी
मिलने का समय दे मिले नहीं- मेयर
चंडीगढ़, 12 अप्रैल (विश्ववार्ता) पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के साथ गवर्नर बनवारी लाल परोहित का टकराव देखा जा चुका है। वहीं अब इसी तरह का टकराव चंडीगढ़ में आप मेयर कुलदीप कुमार और बतौर प्रशासक बनवारी लाल परोहित में देखने को मिल रहा है। दरअसल, टकराव की यह स्थिति उस समय सामने आई. जब मेयर कुलदीप कुमार ने प्रशासक पुरहित से मिलने के लिए अपॉइंटमेंट ली। लेकिन अपॉइंटमेंट मिलने के बावजूद कुलदीप कुमार की मुलाक़ात प्रशासक से नहीं हो पाई।
मेयर ने आरोप लगाया है कि, प्रशासक ने उनसे मिलने से मना कर दिया। जबकि उन्होने अपॉइंटमेंट ले रखी थी। इसके बावजूद उन्हें बिना मिले वापस लौटा दिया गया। मेयर का कहना था कि उन्हें प्रशासक से शहरवासियों को 20,000 लीटर मुफ्त पानी उपलब्ध कराने और पानी की दरों में 5त्न की बढ़ोतरी समेत अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करनी थी। लेकिन प्रशासक लोगों के मुद्दों पर बात नहीं करना चाहते। मेयर ने कहा कि प्रशासक लोगों के मुद्दों को सुनने से मना कैसे कर सकते हैं?
अब गवर्नर हाउस से बयान- यह बोलना गलत और निंदनीय
इधर अब मेयर कुलदीप कुमार के आरोप पर गवर्नर हाउस से आधिकारिक बयान जारी किया गया है। गवर्नर हाउस से जारी बयान में कहा गया है कि, मेयर ने प्रशासक के मिलने से इनकार के बारे में जो भी कहा है वो सरासर गलत है और निंदनीय है। अगर प्रशासक का मेयर से मिलने का इरादा न होता तो उन्हें अपॉइंटमेंट पहले से ही नहीं दी जाती। गवर्नर हाउस से जारी बयान में कहा गया है कि, मेयर कुलदीप कुमार को प्रशासक के साथ बैठक से 1 घंटे पहले अपॉइंटमेंट रद्द होने की जानकारी दी जा चुकी थी। लेकिन वो फिर भी पंजाब राज भवन पहुंचे। गवर्नर हाउस ने कहा कि, राजभवन में मेयर की अपॉइंटमेंट रद्द करना आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के अनुरूप है।