पैरालंपिक में अवनि ने मचाया धमाल
एयर राइफल में जीता स्वर्ण पदक
चंडीगढ़, 30 अगस्त (विश्ववार्ता) पेरिस पैरालंपिक 2024 में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल फाइनल (एसएच1) के क्वालीफिकेशन में भारत की निशानेबाज अवनी लेखरा ने धमाल मचा दिया है। वह दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाने में सफल रही। साथ ही हमवतन मोना अग्रवाल ने भी पांचवें स्थान पर रहते हुए आठ निशानेबाजों के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
गत चैंपियन अवनी ने 625.8 का स्कोर किया और वह इरिना शचेतनिक से पीछे रहीं। इरिना ने 627.5 के स्कोर के साथ पैरालंपिक क्वालिफिकेशन दौर में नया रिकॉर्ड कायम किया। अपने पहले पैरालंपिक में प्रतिस्पर्धा कर रही दो बार की विश्व कप स्वर्ण पदक विजेता मोना ने 623.1 का स्कोर किया।
अवनी तीन साल पहले टोक्यो पैरालंपिक में एसएच1 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतने के बाद देश की सबसे अधिक सुर्खियां बटोरने वाली पैरा खिलाड़ी बनी थी। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण और 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में कांस्य पदक जीता था।
क्वालिफिकेशन राउंड में अवनी 625.8 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहीं जबकि मोना 623.1 के स्कोर के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। यूक्रेन की इरीना शचेतनिक ने 627.5 के पैरालंपिक क्वालीफिकेशन रिकॉर्ड के साथ क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया, और चीनी निशानेबाज झांग कुइपिंग के टोक्यो खेलों में बनाए गए रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
एसएच1 श्रेणी उन निशानेबाजों के लिए है जिनके निचले अंगों में अंग विच्छेदन या पैरापलेजिया जैसी समस्याएं हैं, जो बिना किसी कठिनाई के अपनी बंदूक पकड़ सकते हैं और खड़े या बैठे स्थान से गोली चला सकते हैं।
अवनी ने टोक्यो 2020 में इतिहास रचा जब वह पैरालिंपिक के एकल संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक में एसएच1 श्रेणी में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण और 50 मीटर राइफल थ्री-पोजीशन में कांस्य पदक जीता।उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों को पद्म श्री और खेल रत्न जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।