पूर्व PM डॉ. मनमोहन सिंह ने पंजाब के लोगों से अपील करते हुए लिखी चिट्ठी
भाजपा सरकार ने पंजाब, पंजाबियों और पंजाबियत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी – पूर्व PM मनमोहन सिंह
चंडीगढ, 30 मई (विश्ववार्ता) लोकसभा चुनाव-2024 के 7वें व आखिरी चरण के चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है और सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी बीच
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने पंजाब के लोगों से अपील करते हुए एक चिट्ठी लिखी हैं, जिसमें उन्हाेंने लिखा हैं, कि भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। मतदान के अंतिम चरण में हमारे पास यह सुनिश्चित करने का एक अंतिम मौका है कि लोकतंत्र और हमारा संविधान भारत में तानाशाही फैलाने की कोशिश कर रहे, निरंकुश शासन के बार-बार हमलों से सुरक्षित रहे। पंजाब और पंजाबी योद्धा हैं। हम अपनी बलिदान की भावना के लिए जाने जाते हैं। हमारा अदम्य साहस और समावेशिता, सद्भाव, सौहार्द और भाईचारे के लोकतांत्रिक लोकाचार में सहज विश्वास हमारे महान राष्ट्र की रक्षा कर सकता है।
पिछले दस वर्षों में भाजपा सरकार ने पंजाब, पंजाबियों और पंजाबियत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 750 किसान, जिनमें से अधिकांश पंजाब के थे, लगातार महीनों तक दिल्ली की सीमाओं पर इंतजार करते हुए शहीद हो गए। मानो लाठियाँ और रबर की गोलियाँ पर्याप्त नहीं थीं, खुद प्रधानमंत्री ने संसद के पटल पर हमारे किसानों को “आंदोलनजीवी” और “परजीवी” कहकर मौखिक रूप से हमला किया। उनकी एकमात्र मांग थी कि उनसे परामर्श किए बिना उन पर थोपे गए तीन कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। मोदी जी ने 2022 तक हमारे किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। पिछले दस वर्षों में उनकी नीतियों ने हमारे किसानों की आय को खत्म कर दिया है।
किसानों की राष्ट्रीय औसत मासिक आय मात्र 27 रुपए प्रतिदिन है, जबकि प्रति किसान औसत ऋण 27,000 रुपए (एनएसएसओ) है। ईंधन और उर्वरकों सहित इनपुट की उच्च लागत, कम से कम 35 कृषि संबंधी उपकरणों पर जीएसटी और कृषि निर्यात और आयात में मनमाने ढंग से निर्णय लेने से हमारे किसान परिवारों की बचत नष्ट हो गई है और वे हमारे समाज के हाशिये पर आ गए हैं। कांग्रेस-यूपीए सरकार ने 3.73 करोड़ किसानों को 72,000 करोड़ रुपये की ऋण माफी प्रदान की थी, एमएसपी में वृद्धि की थी, इसके दायरे को बढ़ाया था, उत्पादन में वृद्धि की थी, जबकि निर्यात को प्रोत्साहित किया था। इन सबके परिणामस्वरूप पिछले दस वर्षों की तुलना में हमारी अवधि में कृषि में दोगुनी वृद्धि हुई है। अब, कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में “किसान न्याय” के तहत 5 गारंटी दी हैं।
नफरत वाले भाषण
मोदी पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा, ‘मैं इस चुनाव अभियान के दौरान राजनीतिक संवाद पर करीबी नजर रख रहा हूं. मोदी नफरत फैलाने वाले भाषणों में लिप्त हैं, जो प्रकृति में विशुद्ध रूप से विभाजनकारी हैं. मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने सार्वजनिक संवाद की गरिमा को कम किया है और इस तरह प्रधानमंत्री के पद की गंभीरता को कम किया है.’
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अतीत में किसी भी प्रधानमंत्री ने समाज के किसी खास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के मकसद से इस तरह के द्वेषपूर्ण, असंसदीय और असभ्य शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया . उन्होंने मेरे लिए कुछ गलत बयान भी दिए हैं. मैंने अपने जीवन में कभी भी एक समुदाय को दूसरे से अलग नहीं किया है. इस पर भाजपा का एकमात्र कॉपीराइट है.’