पंजाब सहित पूरे उत्तर भारत मे भीषण गर्मी ने किया बुरा हाल
पंजाब मे गर्मी ने तोडा 46 सालों का रिकार्ड
मौसम विभाग ने मई की इस तारिख तक जारी किया रेड अलर्ट
चंडीगढ, 28 मई (विश्ववार्ता) इस समय उत्तर भारत सहित पूरा पंजाब भीषण गर्मी के प्रकोप मे है। ़ : पंजाब में नौतपा के तीसरे दिन तापमान ने पिछले 46 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सोमवार को बठिंडा में तापमान 48.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह पंजाब में अब तक का सबसे अधिक तापमान है। वहीं, मौसम विभाग ने 29 मई तक रेड अलर्ट जारी किया है। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की आशंका है। मौसम विभाग की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, नौतपा का असर पंजाब में अभी दो दिन तक देखने को मिलेगा। इस दौरान तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
गर्मी का आलम यह है मई महीने में ही लू का प्रकोप देखने को मिल रहा है। भीषण गर्मी जोर-शोर के साथ अपना रंग दिखा रही है, जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित होना शुरू हो चुकी है। बढ़ रहे गर्मी के प्रकोप के बीच चल रही लू के साथ आज तापमान 43 डिग्री के करीब दर्ज किया गया जिससे लोगों का हाल बेहाल होता नजर आया। दोपहर के समय सडक़ों पर सन्नाटा पसरा हुआ था और लोग छांव ढूंढते हुए देखने को मिल रहे थे। इस समय मौसम बेहद शुष्क चल रहा है जिसके चलते सीधे धूप में जाने से त्वचा में जलन महसूस हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों द्वारा सुबह 11 बजे से लेकर शाम के 4 बजे तक के 5 घंटों में विशेष अहतियात अपनाने की सलाह दी गई है ताकि लू से बचाव हो सके। इस समय के दौरान बाहर जाते हुए पर्याप्त पानी पीना चाहिए व हल्के रंग के ढीले-ढीले सूती कपड़े पहनने को महत्व देना चाहिए। चश्मा, छाता, टोपी लगाकर निकलना चाहिए। खासतौर पर दोपहर के समय चाय, कॉफी का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए व नींबू पानी या ग्लूकोज लेना चाहिए। कुछ खाकर ही घर से निकलें व डाइट का ध्यान रखें।
मौसम विभाग के मुताबिक, पंजाब के बठिंडा में तापमान 48.4 डिग्री दर्ज किया गया है, जो 21 मई 1978 के तापमान से 0.7 डिग्री ज्यादा है। उक्त तारीख को पंजाब का अधिकतम तापमान अमृतसर में 47.7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, बठिंडा के बाद सबसे अधिक तापमान पठानकोट में 47.1 डिग्री रहा। वहीं, फिरोजपुर का तापमान 45.7 डिग्री, फरीदकोट का 45.6 डिग्री, अमृतसर का 45.4 डिग्री दर्ज किया गया है।
ये गर्मी हो सकती है जानलेवा
तापमान बढऩे के कारण दिल, किडनी, फेफड़े, लिवर और दिमाग को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, इसलिए जरूरी है कि ये सभी अंग पूरी तरह से स्वस्थ हों, तभी ये इस दबाव को झेल पाएंगे। यदि उन अंगों में पहले से ही कोई बीमारी, कमजोरी या विशेष स्वास्थ्य स्थिति है तो अत्यधिक गर्मी में उनके क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाएगी।
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
-गर्मी और धूप से बचें।
-पर्याप्त पानी पिएं।
-हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें।
-सिर को टोपी या छाते से ढकें।
-शिशुओं, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से पीडि़त लोगों को गर्मी और धूप के संपर्क में न आने दें।
-खेतों में काम करने वाले किसानों और मजदूरों को सुबह और शाम काम करने की चेतावनी।
-चक्कर आना, मतली, तेज़ दिल की धडक़न और बेहोशी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।