पंजाब विजिलेंस ब्यूरों की एक भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बडी कार्रवाई
सहायक उपनिरीक्षक को रिश्वत लेने के आरोप मे दबोचा
चंडीगढ, 4 अगस्त (विश्ववार्ता) पंजाब विजिलेंस ब्यूरों की टीम भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने को लेकर लगातार प्रतिबद्ध कार्रवाई कर रही है। इसी लडी मे पंजाब विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन डिवीजन नं. लुधियाना शहर में तैनात 5 सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) चरणजीत सिंह को 2,70,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि उक्त ए.एस.आई. अपने खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज होने के बाद ब्यूरो के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य सतर्कता ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि लुधियाना के बस स्टैंड, जवाहर नगर कैंप के पास स्थित होटल ताज के मालिक कमलजीत आहूजा की शिकायत के आधार पर मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई लाइन पर उक्त पुलिस कर्मी के खिलाफ पहले ही मामला दर्ज किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उक्त ए.एस.आई. उसके परिवार वालों के खिलाफ थाना डिवीजन नंबर 5 में दर्ज केस में आई.पी.सी. आईपीसी की धारा 307, 379-बी जोडऩे की धमकी देकर उससे रिश्वत के रूप में 2,70,000 रुपये वसूल किए जा चुके हैं और अब और रिश्वत की मांग कर रहा है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की जांच के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए, जिसमें शिकायतकर्ता ने सबूत के तौर पर एएसआई को पेश किया है। चरणजीत सिंह और उनके (शिकायतकर्ता) के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी पेश की गई है।
प्रारंभिक जांच में यह साबित हो गया कि ए.एस.आई. चरणजीत सिंह इस थाने के एस.एच.ओ. उसके नाम पर 2,70,000 रुपये की रिश्वत ली गई थी और वह शिकायतकर्ता से अपना होटल बिना किसी परेशानी के चलाने के बदले में प्रति माह 2 लाख रुपये की रिश्वत देने के लिए भी कह रहा था। उन्होंने कहा कि इस जांच रिपोर्ट के आधार पर उक्त ए.एस.आई. चरणजीत सिंह के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन लुधियाना रेंज में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत पहले ही मामला दर्ज किया जा चुका है। प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान इस मामले में उक्त एस.एच.ओ. वहीं अन्य कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जाएगी।