पंजाब में बड़ा उलटफेर: विधायक शीतल अंगुराल ने लिया अपना इस्तीफा वापस
चुनाव से पहले AAP छोड़कर भाजपा में गए थे अंगुराल
चंडीगढ़, 2 जून (विश्ववार्ता): पंजाब के जालंधर से बड़ी खबर आ रही है। वेस्ट के विधायक शीतल अंग्राल ने राजनीतिक धमाका कर दिया है। शीतल ने विधायक पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उन्होंने विधानसभा के स्पीकर को लैटर भेज दी है।
लैटर में शीतल ने लिखा है कि अगर उनका इस्तीफा मंजूर हो जाता तो वेस्ट की सीट पर दोबारा चुनाव होने थे। इससे सरकार का चुनावी खर्चा होना था। इसलिए वह अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं। वह अब किसी भी पार्टी से नहीं जुड़े है। यानि कि उन्होंने भाजपा से दूरी बना ली है और वह आम आदमी पार्टी में भी दोबारा शामिल नहीं हो रहे।
काबिले गौर है कि शीतल अंगुराल संसदीय चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देखकर भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन कर लिया था क्योंकि वह दूसरी पार्टी में शामिल हैं इसलिए उन्हें एंटी डिफेक्शन लॉ के तहत विधायक पद से इस्तीफा देना ही पड़ता। किन अब चुनाव संपन्न होते ही उन्होंने इस्तीफा वापस लेने के लिए विधानसभा स्पीकर को लिख दिया है क्योंकि पिछले समय में स्पीकर ने अभी तक शीतल अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था इसलिए अंगुराल ने यह वापस लेने की अपील की है। अब यह स्पीकर पर निर्भर है कि वह इस्तीफा स्वीकार करके उप चुनाव करवाना चाहते हैं कि नहीं।
ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता हैं शीतल अंगुराल
पंजाब की राजनीति में भूचाल लाने वाले ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता हैं शीतल अंगुराल। करीब डेढ़ साल पहले ऑपरेशन लोटस मामले में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक शीतल अंगुराल और जालंधर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से विधायक रमन अरोड़ा ने अपने बयान दर्ज कराए थे।
मोहाली थाने में मामला दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंपी गई थी। लेकिन डेढ़ साल की जांच के बाद भी विजिलेंस जांच में ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया जिससे इस मामले में किसी का नाम सामने आ सके। उधर, भाजपा में शामिल होने के बाद शीतल अंगुराल ने कल कहा कि वह जल्द ही ऑपरेशन लोटस मामले में क्या हुआ, इस बारे में बड़ा खुलासा करेंगे।