पंजाब का यह पहला जिला बना जहां सरकारी प्राइमरी स्कूलों में महीने में एक दिन रहेगा बैग फ्री
डिप्टी कमिश्रर दुग्गल ने किया उद्घाटन
चंडीगढ 11 जुलाई (विश्ववार्ता) पंजाब का फाजिल्का जिला अब सूबे का ऐसा प्रथम जिला बन गया है जहां स्कूल बैग मुक्त दिवस” मनाया जायेगा। प्राथमिक विद्यालय के छात्रों के बौद्धिक विकास और उनकी सीखने की क्षमताओं को बढ़ाने और बच्चों के मन में स्कूल के प्रति आकर्षण पैदा करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है इस दिन छात्र बिना किताबों के रचनात्मक गतिविधियों से अपने सीखने के कौशल को बढ़ाएंगे। कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन आज फाजिल्का के डिप्टी कमिश्नर डॉ. सेनु दुग्गल आईएएस ने सरकारी प्राइमरी स्कूल एकता कलौनी अबोहर से किया है।
इस मौके पर उपायुक्त खुद बच्चों के साथ बचपन के खेल खेलते दिखे और बच्चों के लिए भी यह खुशी का पल था जब उन्होंने जिले के उपायुक्त के साथ बातचीत करते हुए दिलचस्प खेलों में हिस्सा लिया। इस बारे में डिप्टी कमिश्नर डॉ. सेनु दुग्गल ने बताया कि इस अभिनव कार्यक्रम के तहत फाजिल्का जिले के सरकारी प्राइमरी स्कूलों के सभी विद्यार्थियों के लिए हर महीने के आखिरी शनिवार को एक दिन “बैग फ्री डे” के रूप में तय किया गया है। इस दिन, छात्र स्कूल बैग या पाठ्यपुस्तकों की आवश्यकता के बिना, विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में संलग्न होंगे जो रचनात्मकता, टीम वर्क और महत्वपूर्ण सोच को प्रोत्साहित करती हैं।
कार्यक्रम में समूह खेल, रचनात्मक सत्र, कहानी सुनाना, रोल-प्ले, योग, विज्ञान प्रयोग, कक्षा चर्चा और बाहरी गतिविधियाँ जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। इन गतिविधियों का उद्देश्य तनाव मुक्त शिक्षण अनुभव प्रदान करना, रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना, छात्रों में कल्पना को उत्तेजित करना और उनका समग्र विकास करना है। यह बैग फ्री डे सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की प्री-प्राइमरी और प्राइमरी दोनों कक्षाओं में आयोजित किया जाएगा। उपायुक्त डॉ. सेनु दुग्गल ने कहा, “इस तरह के प्रयास से हम छोटे बच्चों के दिमाग से स्कूली पाठ्यक्रम का बोझ कम करेंगे और उन्हें खेल-खेल में और मनोरंजक तरीके से सीखने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
इससे छात्र का स्कूल के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और उसका समग्र विकास होगा।” विकास का रास्ता खुलेगा।
उन्होंने कहा कि यह नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मार्गदर्शन में तैयार किया गया कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल से शिक्षकों का भी कायाकल्प होगा और शिक्षक-छात्र संबंध घनिष्ठ होंगे तथा इस कार्यक्रम से शिक्षकों में तनाव कम होगा और उनकी शिक्षण दक्षता में वृद्धि होगी। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी शिवपाल, खंड प्राथमिक अधिकारी अजय कुमार छाबड़ा एवं भला राम, विद्यालय प्रमुख रेनू बाला, डीडीएफ अभिषेक कुमार, नोडल अधिकारी विजय कुमार, प्रदीप शर्मा एवं समस्त स्टाफ उपस्थित था।