दिल्ली सीएम केजरीवाल की अध्यक्षता मे आज आम आदमी पार्टी की बड़ी बैठक
सीएम केजरीवाल के आवास पर जुटेंगे सभी विधायक, इस मुद्दे पर हो सकती है चर्चा
‘आप’ को कुचलने में पीएम मोदी ने नहीं छोड़ी कोई कसर
चंडीगढ़, 12 मई (विश्ववार्ता) तिहाड जेल से बाहर आकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पूरी तरह से चुनावी मोड मे आ गये है। दिल्ली में 25 मई को लोकसभा चुनाव होना है. आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह बढ़ गया है वही खबर आ रही हेै आज पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है। इसके बाद अब केजरीवाल ने चुनावी रणनीति को धार देने के लिए रविवार को अपने सरकारी आवास पर विधायकों की अहम बैठक बुलाई है. इसमें चुनाव में आगे की रणनीति पर खास चर्चा होगी।
वही खबर आ रही हेै आज पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी के सभी विधायकों बुलाया गया है। जानकार सूत्रों के हवाले से पता चला है कि यह बैठक सीएम आवास पर होगी। माना जा रहा है कि आगामी दिल्ली लोकसभा चुनाव को लेकर इस बैठक में रणनीति को लेकर चर्चा होगी। बता दें कि राजधानी में छठे चरण में मतदान होगा और यहां पर आप और कांग्रेस के बीच में गठबंधन है।
बता दें कि 50 दिन के बाद केजीरवाल शुक्रवार को तिहाड़ जेल से बाहर आए और आते ही चुनावी मोड में आ गए हैं। कल कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद शनिवार सुबह कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर गए और फिर पार्टी कार्यालय से मीडियो को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर हमले बोले।
अपने संबोधन में केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को कुचलने में पीएम ने कोई कसर नहीं छोड़ी। मुझे इन्होंने जेल भेज दिया। सबसे भ्रष्ट और चोर लोगों को इन्होंने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। पीएम मोदी ने एक खतरनाक मिशन शुरू किया है और वो है वन नेशन वन लीडर। इसके तहत वो सभी देश के नेताओं को खत्म करना चाहते हैं, सारे विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल देंगे और सभी भाजपा के नेताओं को निपटा देंगे, उनकी राजनीति खत्म कर देंगे।
21 मार्च को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद से आप का चुनावी अभियान धीमा पड़ा था। ‘आप’ का सारा ध्यान केजरीवाल की रिहाई और ईडी को कटघरे में खड़ा करने पर रहा। पार्टी के सभी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस से चुनाव का उठाने की कोशिश की। वहीं, मुख्यमंत्री की गैर-मौजूदगी में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मैदान में उतरना पड़ा और दिल्ली से लेकर गुजरात तक उन्होंने रोड शो किया। लेकिन पहली बार राजनीति में उतरी सुनीता केजरीवाल की मौजूदगी के बावजूद भी अभियान ज्यादा आक्रामक नहीं हो सका। दिल्ली समेत दूसरे राज्यों में वह भावानात्मक तौर से अपने अभियान को आगे बढ़ती रहीं। अब अरविंद केजरीवाल के बाहर निकलने से अभियान को धार मिलने की आप समर्थकों को उम्मीद है। आक्रामक शैली के लिए मशहूर केजरीवाल के हाथ में अभियान होने से माना जा रहा है कि चुनाव अब जोर पकड़ेगा।
रैलियां कम, रोड शो पर होगा जोर
पार्टी रणनीतिकारों का मानना है कि चुनाव में अब समय कम है। ऐसे में बड़ी रैलियां कम होंगी। इसकी जगह लोगों से सीधा कनेक्ट होने के लिए रोड शो पर ज्यादा जोर रहेगा। केजरीवाल जहां भी होंगे, ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सीधा पहुंचने की कोशिश करेंगे। इसके मद्देनजर आज ही दिल्ली में केजरीवाल दो रोड शो करने वाले हैं। पहले दिल्ली व हरियाणा में, जहां चुनाव 25 मई को है, उसके बाद पंजाब में, जहां वोटिंग एक जून को होनी है।