तबाही वाली बारिश..हिमाचल में फिर फटे बादल
मौसम विभाग की तीन राज्यों में बारिश की चेतावनी
उत्तराखंड में मौसम बचाव कार्य में बना बड़ी बाधा,केदारनाथ धाम की यात्रा स्थगित
चंडीगढ, 4 अगस्त (विश्ववार्ता) पहाड़ी राज्यों में बीते दिनों बादल फटने के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण आई आपदा से राहत मिलती नहीं दिख रही है। हिमाचल प्रदेश में लापता 46 लोगों का तीसरे दिन भी पता नहीं चल सका है। उत्तराखंड में मौसम बचाव कार्य में बड़ी बाधा बना हुआ है। 9099 तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, लेकिन लगभग एक हजार लोग अब भी विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
50 लोगों के मरने की आशंका : राज्य के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विनाशकारी बादल फटने के बाद प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 50 लोगों के मरने की आशंका है और आधिकारिक पुष्टि और बचाव कार्य पूरा होने के बाद ही आधिकारिक संख्या घोषित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता जल्द से जल्द शवों को ढूंढना और संपर्क बहाल करना है, क्योंकि अचानक आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दायरा बहुत फैला है।
केदारनाथ धाम की यात्रा स्थगित है। पुलिस ने अभी तक लिनचोली क्षेत्र में तीन शव बरामद किए हैं। दो मलबे में दबे थे, जबकि एक मंदाकिनी नदी में मिला। इनमें दो की पहचान सहारनपुर उप्र निवासी शुभम कश्यप और रुद्रप्रयाग के घिमतौली निवासी नीरज के रूप में की गई। एक अन्य की पहचान नहीं हो पाई है। पत्थरों में फंसे चमोली निवासी गिरीश को 18 घंटे बाद एसडीआरएफ ने निकाल लिया, उसके पैर में चोट आई हैं।