डाक्टर की वजह से महिला की जान खतरे मे
एक किडनी खराब,डॉक्टर ने दोनों निकालीं
चंडीगढ, 2 मई (विश्ववार्ता) जहां डाक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है क्योकि डाक्टर के हाथ मे मरीज की जान होती है, लेकिन हरियाणा के हरियाणा के सोनीपत में एक डाक्टर की वजह से महिला की जान खतरे मे पड गई है। आठ महीने से पथरी का इलाज करा रही एक महिला की एक किडनी में संक्रमण हो गया। डॉक्टर ने एक किडनी निकालने की सलाह दी थी लेकिन बुधवार को जब ऑपरेशन हुआ तो उनकी दोनों किडनी निकाल ली गईं. इससे महिला की जान को खतरा हो गया। उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. उधर, किडनी निकाले जाने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है
राजिंदर नगर निवासी आनंद ने बताया कि उनकी पत्नी वीना पिछले आठ महीने से बहालगढ़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में पथरी का इलाज करा रही हैं। पथरी के कारण वीना की एक किडनी में संक्रमण हो गया। डॉक्टर ने एक किडनी निकालने को कहा. आरोप है कि बुधवार दोपहर ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने परिजनों को बिना बताए दोनों किडनी निकाल लीं। ऑपरेशन के बाद अस्पताल के एक अन्य डॉक्टर ने उन्हें यह बात बताई. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. वे ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर की तलाश करने लगे, लेकिन वह डॉक्टर अस्पताल में नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने 112 नंबर पर कॉल कर सूचना दी.
सिविल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. शैलेन्द्र राणा का कहना है कि एक के बजाय दोनों किडनी निकालना गलत है किडनी निकालने से पहले विभिन्न परीक्षण किए जाते हैं। जांच प्रक्रिया के बाद ही किडनी निकालने का ऑपरेशन किया जाता है। अगर दोनों किडनी निकाल दी गईं तो महिला को अपनी जान बचाने के लिए डायलिसिस कराना होगा।
पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि महिला की किडनी का गलत ऑपरेशन कर दिया गया है. इसके बाद टीम मौके पर पहुंची. मरीज के परिवार के सदस्यों से बातचीत की गई। मरीज के परिजनों ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी है. यदि शिकायत मिलेगी तो जांच कर ठोस कार्रवाई की जाएगी। -इंस्पेक्टर जयभगवान, थाना प्रभारी सेक्टर-27 सोनीपत