चार धाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार का बड़ा एक्शन
इतने मीटर के दायरे मे मोबाइल फोन पर लगाई रोक
चंडीगढ, 17 मई (विश्ववार्ता) उत्तराखंड में 10 मई को केदारनाथ धाम के साथ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। इसके बाद 12 मई को बद्रीनाथ धाम के भी कपाट खोल दिए गए। अब फिलहाल चारो धामों पर श्रद्धालु लगातार दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुईं हैं। स्थिति यह है कि, महज 4 से 5 दिन में 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर पहुंच चुके हैं। ऐसी स्थिति में सिस्टम भी कहीं न कहीं हांफता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि, चार धाम यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए उत्तराखंड शासन-प्रशासन द्वारा अब और कई जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। चार धाम में बढ़ती श्रद्धालुओं की अपार भीड़ और इस बीच व्यवस्था की समीक्षा को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाईलेवल मीटिंग की है। इस मीटिंग में चारो धामों के जिला प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी रही। सीएम ने सभी को चार धाम यात्रा सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश दिए। वहीं मीटिंग में कुछ अहम फैसले भी लिए गए।
चार धाम यात्रा में मोबाइल के बढ़ते प्रयोग और रील बनाने के चलते श्रद्धालुओं की यात्रा और दर्शन व्यवस्था अव्यवस्थित हो रही है। इसके चलते चारो धामों पर मंदिर परिसर के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल पर रोक लगा दी गई है। उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जानकारी दी है कि, चारो धामों पर मंदिर परिसर के 200 मीटर के दायरे में श्रद्धालु मोबाइल का बिलकुल प्रयोग नहीं कर सकेंगे। क्योंकि मोबाइल प्रयोग से यात्रा में व्यवधान पैदा हो रहा है। सभी जिला अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में सख्ती से पालन कराने को कह दिया गया है।
वहीं मुख्य सचिव ने कहा कि अगर सोशल मीडिया, न्यूज़ चैनल, अख़बार के माध्यम से भगदड़ या किसी भी तरह की भ्रामक खबरें फैलाई जाती हैं तो सख्त कार्रवाई होगी। उनपर एफ़आईआर दर्ज की जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा कि, हम व्यवस्थित रूप से सभी को दर्शन करा रहे हैं। हमारी कोशिश है कि सभी सुरक्षित और सुगम तरीके से दर्शन करके यहां से निकल जायें।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने रील बनाने पर भी सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। मुख्य सचिव ने कहा कि, चार धाम में रील बनाकर जो गलत संदेश दे रहे हैं। उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये भी एक जुर्म है। इसमें एफ़आईआर होगी। मुख्य सचिव ने कहा कि, अगर लोग धार्मिक यात्रा पर आ रहे हैं तो उनका मकसद दर्शन होना चाहिए न की कुछ और। ऐसे रील बनाना ये दिखाता है कि लोग दर्शन के लिए नहीं आ रहे बल्कि दिखावे के लिए और घूमने के लिए आ रहे हैं।
अपील- चार धाम में पंजीकृत श्रद्धालु ही आएं
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अपील की है पंजीकृत श्रद्धालु ही चार धाम की यात्रा पर आएं। गैर पंजीकृत श्रद्धालुओं को चेक पोस्ट से यात्रा के लिए आगे नहीं जाने दिया जाएगा। इसके अलावा जो वाहन गैर पंजीकृत श्रद्धालुओं को यात्रा पर ला रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसलिए श्रद्धालु पहले चार धाम यात्रा के लिए खुद को पंजीकृत करवाएँ और बिना पंजीकरण अथवा पंजीकरण तिथि से पूर्व यात्रा न करें। मुख्य सचिव ने कहा कि, यात्रा के अलग-अलग पड़ावों पर श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने की व्यवस्था रहेगी। इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।