चाय और कॉफी पीने वाले भी रहें सावधान
चाय और कॉफी पीते समय इन 4 बातों का रखें ध्यान
चंडीगढ, 17 अगस्त (विश्ववार्ता) क्या आप चाय या कॉफी के शौकीन हैं और क्या आपका दिन हमेशा अपने पसंदीदा पेय पदार्थ के एक कप से शुरू होता है? जबकि चाय और कॉफी हमारे दिन की अच्छी शुरुआत कर सकते हैं, कई लोग अपने भोजन से पहले या बाद में एक कप चाय का आनंद लेना पसंद करते हैं। अब यह इतना अच्छा विचार नहीं हो सकता है। अपने भोजन के तुरंत बाद एक कप चाय या कॉफी का आनंद लेना आपके शरीर की कैफीन के प्रति प्रतिक्रिया को प्रभावित कर सकता है। यह हमारे शरीर द्वारा विभिन्न विटामिन और खनिजों को अवशोषित करने के तरीके को भी प्रभावित कर सकता है।
हाल ही में, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने भारतीयों के लिए आहार संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें कहा गया है कि भोजन से ठीक पहले और बाद में चाय और कॉफी नहीं पीनी चाहिए।
भोजन से ठीक पहले और बाद में आपको चाय और कॉफी क्यों नहीं पीनी चाहिए?
आईसीएमआर के अनुसार, भोजन से एक घंटे पहले और बाद में चाय और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके पीछे कारण यह है कि चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन का अत्यधिक सेवन तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित कर सकता है और शारीरिक निर्भरता का कारण बन सकता है। यह हमारे शरीर के आयरन को अवशोषित करने के तरीके को भी प्रभावित कर सकता है।
चाय और कॉफी, साथ ही अन्य कैफीन युक्त पेय पदार्थों में टैनिन होते हैं, जो आयरन को पेट से बांध सकते हैं। इसलिए जब हम अपने भोजन के तुरंत बाद चाय और कॉफी नहीं पीते हैं, तो हम अपने शरीर को आयरन को अच्छी तरह से अवशोषित करने का मौका देते हैं। इससे एनीमिया जैसी स्थितियों को रोका जा सकता है।
अक्सर इस मौसम में शरीर में दर्द या बादी की शिकायत होती है (जो नसों से जुड़ा होता है) और आयुर्वेद के मुताबिक कड़वे रस के गुण से परिपूर्ण चायपत्ती और कॉफी वात को बढ़ाने में मददगार साबित होती है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च यानि आईसीएमआर ने भी हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की थी। जिसमें भारतीयों के लिए एक रिवाइस्ड डाइट गाइडलाइंस का जिक्र था। इसमें चाय कॉफी पीने को लेकर सलाह भी दी गई थी।
गाइडलाइंस के मुताबिक खाने से एक घंटे पहले और बाद में भी चाय कॉफी से तौबा कर लेनी चाहिए। उनके मुताबिक यह आयरन को पचाने में परेशानी खड़ी करता है और एनीमिया होने का खतरा पैदा करता है। सभी जानते हैं कि चाय और कॉफी में कैफीन होता है, ये एक उत्तेजक पदार्थ है। जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है और मनोवैज्ञानिक निर्भरता को बढ़ाता भी है। हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति भी तो यही कहती है। सेहत नेमत है इसलिए किसी भी तरह से आदी बनने की प्रवृत्ति का त्याग कर सुखी जीवन जिएं।