घंटों बैठकर काम करने वालों के लिए जरूरी खबर
रिपोर्ट मे बडा खुलासा, कॉफी का सेवन न करने और घंटो बैठे रहने वालों के मरने का खतरा 60 प्रतिशत अधिक
चंडीगढ़, 14 जुलाई (विश्ववार्ता) बीएमसी पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुई इस स्टडी में कॉफी पीने के होने वाले प्रभावों के बारे में बताया गया है, जिसमें खासतौर से उन लोगों का जिक्र किया गया है, जो कम के चलते घंटों एक ही जगह बैठे रहने को मजबूर होते हैं। अमेरिकी वयस्कों पर किया गया यह अध्ययन कई मायनों में बेहद खास माना जा रहा है और कॉफी लवर्स के लिए एक अच्छी खबर बनकर सामने आया है।
इस स्टडी में 10 हजार से ज्यादा अमेरिकी वयस्कों को शामिल किया गया, जो कॉफी पीकर घंटों काम करते थे। अध्ययन में सामने आया कि कॉफी पीने वालों की तुलना में इसका सेवन नहीं करने वाले लोगों की सभी वजहों से मौत की संभावना लगभग 1.6 गुना ज्यादा थी। वहीं, जो लोग दिन का ज्यादा समय एक ही जगह पर बैठकर बिताते हैं और कॉफी का सेवन नहीं करते हैं, उन्हें मौत का जोखिम 60 प्रतिशत तक ज्यादा रहता है। स्टडी में बताया गया कि कॉफी पीने से उन लोगों में मृत्यु दर के जोखिम को कम किया जा सकता है, जो अपना ज्यादातर समय एक ही जगह पर बैठकर गुजारते हैं।
चीन में मैडीकल कॉलेज ऑफ सूचो विश्वविद्यालय के ‘स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ’ के शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि दिन में कम से कम 6 घंटे बैठे रहने वाले और कॉफी न पीने वालों की तुलना में गतिहीन जीवन शैली वाले उन लोगों में मौत का खतरा 24 प्रतिशत कम था जो कॉफी पीते थे। मीडिया वैबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार परिणाम की गणना ‘वाङ्क्षशगटन पोस्ट’ के अनुरोध पर की गई थी।
हालांकि ये परिणाम अध्ययन में शामिल नहीं हैं। शोधकर्ताओं ने अध्ययन रिपोर्ट में लिखा है, ‘गतिहीन जीवनशैली की तुलना में वयस्कों में समग्र जीवन अवधि में सुधार लाने में कॉफी के सेवन के लाभ कई गुना हैं।’ अपने अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि कॉफी नहीं पीने वालों की तुलना में अधिक मात्र में कॉफी का सेवन करने वाले सभी प्रतिभागियों में से एक चौथाई में किसी भी कारण से मरने का खतरा 33 प्रतिशत तक कम हो गया। उन्होंने कहा कि परिणाम पिछले अध्ययनों के अनुरूप थे, जिसमें अधिक कॉफी पीने और किसी भी कारण से मरने के कम जोखिम और हृदय रोग के बीच एक संबंध पाया गया है।
कॉफी में मौजूद कैफीन और पॉलीफेनोल्स समेत कई यौगिक प्राकृतिक रूप से सूजन-रोधी होते हैं। हालांकि, शोधकर्ताओं ने कहा कि कॉफी मरने के खतरे को कम करने के लिए शरीर में वास्तव में कैसे काम करती है, यह अब भी स्पष्ट नहीं है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि दिनभर में 8 घंटे से अधिक बैठने का संबंध किसी भी कारण से मौत होने का खतरा 40 फीसदी से अधिक बढ़ जाने से है और ऐसे लोगों में हृदयाघात से मरने का खतरा करीब 80 फीसदी तक बढ़ जाता है।