गोरा करने वाली क्रीमों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हो जाए सावधान
भारत मे है फेयरनेस क्रीम्स का एक बड़ा बाजार
चंडीगढ, 18 अप्रैल (विश्ववार्ता). स्किन को सुंदर, गोरा और खूबसूरत दिखाने के लिए स्किन क्रीम का इस्तेमाल आपको किडनी की गम्भीर बीमारियों का शिकार बना सकता है। एक नयी स्टडी के अनुसार, स्किन की रंगत निखारने का दावा करने वाली क्रीम्स के इस्तेमाल से भारत में किडनी की समस्याएं बढ़ रही हैं। गोरी स्किन पाने के लिए लोगों के बीच इन क्रीम्स के इस्तेमाल का ट्रेंड बहुत अधिक देखा जाता है। बता दें कि भारत फेयरनेस क्रीम्स का एक बड़ा बाजार भी है।
स्टडी के लिए जुलाई 2021 से सितंबर 2023 के बीच रिपोर्ट किए गए एमएन के 22 केसेस की जांच की गई। एस्टर एमआईएमएस अस्पताल में इन मरीजों में अक्सर थकान, हल्के सूजन और मूत्र में झागबढऩे जैसे लक्षण देखे गए। इसमें केवल 3 मरीजों को गंभीर सूजन थी, वहीं, सभी के मूत्र में प्रोटीन का लेवल बढ़ा हुआ था।एक मरीज में सेरेब्रल वेन थ्रोम्बोसिस की बीमारी भी देखी गयी। यह एक स्थिति है जिसमें ब्रेन में रक्त के थक्के जम जाते हैं। स्टडी के निष्कर्षों से पता चला कि 15 मरीजों में से 13 ने लक्षण शुरू होने से पहले ही फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की।
एक नए अध्ययन में पता चला है कि उच्च मात्रा में पारा मौजूद होने के कारण ये क्रीम आपकी किडनी पर गंभीर असर डाल सकती हैं. पता चला है कि पारा पारा की ज्यादा मात्रा वाली फेयरनेस क्रीम के बढ़ते उपयोग से मेम्ब्रेनस नेफ्रोपैथी (एमएन) के मामले बढ़ रहे हैं. यह एक ऐसी स्थिति है जो किडनी फिल्टर को नुकसान पहुंचाती है और प्रोटीन रिसाव का कारण बनती है. यह अध्ययन हाल ही में किडनी इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित हुआ है।