कैंसर का पता चलने पर व्यक्ति को लगा गहरा सदमा, उठाया खौफनाक कदम
घबराये नही कैसर का ईलाज है संभव
चंडीगढ़, 11 अप्रैल (विश्ववार्ता) कैंसर का नाम सुनते ही लोग अपने जीवन की आस खो बैठते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। थाना मेहरबान के अधीन आते गांव नूरवाला के जसवंत नगर में एक व्यक्ति द्वारा अपनी बीमारी से परेशान होकर तेजाब पी कर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। थाना प्रभारी हरजिन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि जसवंत नगर में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है। इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि वहां बाथरूम में जमीन पर एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है और उसके पास एक तेजाब की खाली बोतल पड़ी है।
पुलिस ने तुरंत उक्त व्यक्ति के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। मृतक की पहचान संदीप शर्मा के रूप में हुई, जो मजदूरी का काम करता था और अपने परिवार के साथ रहता था। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक संदीप किसी बीमारी से पीडि़त था।
जब उसने डाक्टर से जांच करवाई तो उसे कैंसर के लक्षण बताए गए। इसके बाद वह दिमागी तौर पर परेशान रहने लगा और आज उसने अपने घर में तेजाब पी कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आज मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिवार को सौंप दिया है।
कैंसर के लक्षण हैं तो घबराएं नहीं, संभव है इलाज
कैंसर से जान का खतरा तब ज्यादा होता है जब लोग इसके लक्षणों की अनदेखी करते हैं। यदि लक्षण हैं तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। जिले में कैंसर की स्क्रीनिंग की अब व्यवस्थाएं हो चुकी हैं। समय से लक्षण की पहचान कर इलाज कराने पर जान बच सकती है। हर साल अलग-अलग तरह के कैंसर के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। कैंसर की समय से पहचान हो जाने पर इलाज इलाज कराया जा सकता है और मौत के खतरे को कम किया जा सकता है। अन्य बीमारियों की तरह समाज में कैंसर को लेकर भी तमाम तरह के मिथक और अफवाह फैली हुई हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक लोगों के बीच कैंसर को लेकर फैली यह अफवाह काफी गंभीर है। कि कैंसर लाइलाज होता है। कैंसर के कारण होने वाली मौत का खतरा रोग के प्रकार और स्टेज पर निर्भर करता है। कैंसर का पता लगाने और उपचार के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति ने इस दिशा में काफी बेहतर काम किया है। प्रारंभिक पहचान और उपचार के साथ अधिकांश रोगियों की जान बचाई जा सकती है।