केंद्रीय बजट भविष्योन्मुखी दस्तावेज होगा-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
कहा सुधारों को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा
राष्ट्रपति ने आपातकाल को बताया संविधान का काला अध्याय
चंडीगढ़, 27 जून (विश्ववार्ता) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नवनिर्वाचित सरकार की प्राथमिकताओं को सामने रखा देश में हाल में हुए आम चुनाव के दौरान कश्मीर में हुए मतदान में कई रिकॉर्ड टूटने की ओर ध्यान दिलाते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इन चुनाव के माध्यम से घाटी ने देश के दुश्मनों को करारा जवाब दिया है।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने आपातकाल पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में भारत एक गणतंत्र के रूप में 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। भारतीय संविधान ने बीते दशकों में हर चुनौती और कसौटी पर खरा उतरा है।
द्रौपदी मुर्मू ने 18वीं लोकसभा में पहली बार दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में लोकसभा चुनाव के सफल आयोजन के लिए निर्वाचन आयोग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कश्मीर में मतदान के कई रिकॉर्ड टूटे और घाटी ने देश के दुश्मनों को करारा जवाब दिया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गठित नयी सरकार के आने वाले बजट की ओर संकेत करते हुए कहा कि केंद्रीय बजट भविष्योन्मुखी दस्तावेज होगा, सुधारों को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि उत्पादों के भंडारण की दिशा में काम कर रही है तथा कृषि उपजों के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) बढ़ाया गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया भर में जैविक उत्पादों की मांग बढ़ रही है और भारतीय किसान इस मांग को पूरा करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है।उन्होंने कहा कि भारत ने कई वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाए हैं।