कूनो से आई दुखद खबर, फुर्तीले चीते की हुई मौत, उफनते नाले में मिला शव
चंडीगढ़, 28 अगस्त (विश्ववार्ता) कूनो नेशनल पार्क में नर चीते पवन की नाले में डूबने से मौत हो गई। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 चीते लाए गए थे, जिसमें से पिछले लगभग दो साल में आठ चीतों की मौत हो चुकी है। चीतों के अलावा कूनो में तीन मादा चीता के कुल 12 शावक हैं। केवल पवन चीता ही कूनो के खुले जंगल में था, इसके अलावा सभी चीते व शावक बड़े बाड़े मे बंद हैं।
एपीसीसीएफ एवं निदेशक, लायन प्रोजेक्ट उत्तम कुमार शर्मा के अनुसार मंगलवार सुबह लगभग 10.30 बजे नामीबियाई नर चीता पवन एक नाले के किनारे झाड़ियों के बीच बिना किसी हलचल के पड़ा हुआ पाया गया। बारिश के कारण नाला लबालब भरा हुआ था।
कूनो में दुख की लहर
दरअसल, कूनो नेशनल पार्क में कुछ महीने पहले ही चीतों को फिर से खुले बाड़े में छोड़ा गया था. चीता पवन बेहद फुर्तीला था, वह कई बार पार्क की सीमाओं को लांघ भी चुका है. जिसके चलते उस पर निगरानी भी रहती थी. लेकिन उसका शव जंगल के नाले में मिला है. हालांकि डॉक्टर उसे कूनो नेशनल पार्क में ही बने अस्पताल में लेकर भी पहुंचे थे. लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि उसकी मौत पहले ही हो चुकी थी. पवन का शव उफनते नाले के बीच झाड़ियों में फंसा मिला था. फिलहाल पार्क प्रबंधन का कहना है कि पवन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत की वजह का असली खुलासा हो पाएगा.
पार्क प्रबंधन ने बताया कि पवन नामीबिया से लाया गया था. पहले उसका नाम ओबन था, लेकिन बाद में उसका कूनो में नामकरण किया गया था. यहां उसका नाम पवन रखा गया था. पवन बेहद फुर्तीला था. वह शिकार में भी माहिर था. कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि पवन सुबह साढ़े 10 बजे के आसपास नाले में मृत पाया गया था. माना जा रहा है कि वह नाले में फंस गया होगा. क्योंकि लगातार हो ही बारिश की वजह से नाला उफान पर है. पवन का सिर पानी में डूबा हुआ था, लेकिन उसके शरीर पर कोई चोट नहीं है, जिससे पहली नजर में डूबने से उसकी मौत की वजह मानी जा रही है.
बता दें कि 17 सिंतबर 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मध्य प्रदेश में चीता प्रोजक्ट शुरू किया गया था, जहां नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीतों को लाकर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बसाया गया था. लेकिन तब से लेकर अब तक 20 चीतों में से 8 वयस्क चीते और 5 नन्हें शावकों की मौत हो चुकी है. हालांकि इस दौरान नए शावकों ने भी जन्म लिया था. फिलहाल कूनो नेशनल पार्क में 12 बड़े चीते और और 12 नन्हें शावक बचे हैं. बता दें कि फिलहाल मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है. श्योपुर जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. कूनो नेशनल पार्क में भी नाले उफान पर हैं.