किसानों का रेल रोको आंदोलन आज छठें दिन मे प्रवेश, शंभू रेल टै्रक आज भी बंद
भीषण गर्मी मे भी डटे हुए किसान,कुल इतने ट्रेनें हुई बाधित
मुश्किल में मुसाफिर, ये है किसानों की मुख्य मांगे
चंडीगढ़, 22 अप्रैल (विश्ववार्ता) किसानों का अपनी मांगो को लेकर शुरू हुआ रेल रोको आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रही है। जेल में बंद किसानों की रिहाई की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक पर किसान धरने पर बैठे हैं। उनके विरोध-प्रदर्शन का आज छठा दिन है। किसानों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर रखा है जिसके चलते अंबाला रेल मंडल से गुजरने वाली 73 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि 22 मेल एक्सप्रेस को शार्ट टर्मिनेट करना पड़ा है. साथ ही 230 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं. रेलवे अधिकारी की माने तो कुल मिलाकर किसानों के आंदोलन का असर 500 ट्रेनों पर पड़ा है. साथ ही ये संख्या रोजाना बढ़ती चली जा रही है।
किसान आंदोलन के कारण ट्रेनों के रद्द होने से रिफंड लेने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रेलवे की ओर से पहले दिन जहां यात्रियों को दो लाख रुपये का रिफंड टिकटों के रद्द होने पर दिया गया था। वहीं चौथे दिन अब रिफंड की राशि 12 लाख रुपये तक पहुंच गया है जोकि आने वाले समय में ओर बढ़ सकता है।
किसानों के इस आंदोलन का खामियाज़ा आम जनता ख़ासकर ट्रेनों से सफर करने वाले मुसाफिरों को उठाना पड़ रहा है. स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ती चली जा रही है. ख़ासतौर पर लंबी दूरी के यात्री अपने परिवार के छोटे बच्चों समेत स्टेशन पर बैठने और ट्रेन का इंतज़ार करने को मजबूर है. लोगों का कहना है कि वे कई-कई घंटों से रेलवे स्टेशन पर बैठे हैं, लेकिन अभी तक ट्रेन नहीं आई है और ना ही ये पता चल पा रहा है कि आखिरकार कब तक ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आएगी।
इस दौरान महिला यात्री अपने बच्चों के साथ ज्यादा परेशान नजऱ आ रही है. वहीं रेलवे के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार का कहना है कि ट्रेनों के रद्द होने के चलते यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने हेल्प डेस्क बनाया है, जिससे लोगों को ट्रेनों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
किसानों की डिमांड है कि जब तक जेल में बंद साथियों को नहीं छोड़ा जाता तब तक अनिश्चितकाल के लिए ट्रेन रुको आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर यात्रियों बसंत कुमार दिलीप कुमार बजरंगी का कहना है कि किसानों को अपनी मांगों को रेल मंत्रालय के पास पहुंचने के लिए दूसरा तरीका अपनाना चाहिए ट्रेन रोककर आम आदमी को परेशान करना उचित नहीं है।