कांग्रेस महासचिव ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा
कहा शिक्षा का ढांचा भ्रष्टाचारियों के हवाले हो चुका है
चंडीगढ, 25 जून (विश्ववार्ता) नीट की परीक्षा रद्द किये जाने की घोषणा के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा‘समूची शिक्षा का ढांचा माफियाओं-भ्रष्टाचारियों के हवाले‘ कर दिया गया है। प्रियंका ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि नीट (यूजी) का पेपर लीक हो गया, नीट की परीक्षा रद्द हो गई, यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द हो गई और सीएसआईआर नेट की परीक्षा रद्द हो गई। उन्होंने लिखा, ‘आज ये देश की कुछ सबसे बड़ी परीक्षाओं का हाल है। भाजपा राज में समूची शिक्षा का ढांचा माफियाओं-भ्रष्टाचारियों के हवाले हो चुका है। लालची और चाटुकार किस्म के अयोग्य लोगों के हाथ में देश की शिक्षा और बच्चों का भविष्य सौंप देने की राजनीतिक जिद और अहंकार ने पेपर लीक, परीक्षा रद्द, कैंपसों से पढ़ाई-लिखाई का विलोप और राजनीतिक गुंडागर्दी को हमारी शिक्षा-व्यवस्था की पहचान बना दिया है।‘
भाजपा राज में समूची शिक्षा का ढाँचा माफियाओं-भ्रष्टाचारियों के हवाले हो चुका है। लालची और चाटुकार किस्म के अयोग्य लोगों के हाथ में देश की शिक्षा और बच्चोंज्
उन्होंने कहा कि हालत यह हो गई है कि भाजपा सरकार साफ-सुथरे ढंग से एक परीक्षा तक नहीं करा सकती। आज युवाओं के भविष्य के सामने भाजपा सरकार एकमात्र सबसे बड़ी बाधा बनकर खड़ी हो चुकी है। उन्होंने कहा, ‘देश के काबिल युवा अपना सबसे कीमती समय, सारी ऊर्ज भाजपा के भ्रष्टाचार से लडऩे में गवां रहे हैं और मजबूर मोदी जी सिर्फ तमाशा देख रहे हैं।‘
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि नीट घोटाले की जिम्मेदारी मोदी सरकार के शीर्ष नेताओं पर है। नौकरशाहों में फेरबदल करना भाजपा द्वारा बर्बाद की गई शिक्षा प्रणाली की समस्या का समाधान नहीं है।‘ उन्होंने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को एक स्वायत्त निकाय के रूप में लाने का प्रस्ताव था, लेकिन वास्तव में इसे भाजपा/आरएसएस के कुटिल हितों की पूर्ति के लिए बनाया गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि छात्रों को न्याय दिलाने के लिए मोदी सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। अब, नीट (पीजी) परीक्षा स्थगित कर दी गई है। पिछले 10 दिन में चार परीक्षाएं या तो रद्द या फिर स्थगित कर दी गई हैं। पेपर लीक, भ्रष्टाचार, अनियमितताएं और शिक्षा माफिया ने हमारी शिक्षा प्रणाली में घुसपैठ कर ली है। देर से की गई, इस कवायद का कोई परिणाम नहीं है क्योंकि अनगिनत युवा इससे पीडि़त होते रहेंगे।