उत्तर भारत मे समेत पंजाब, हरियाणा मे एक बार फिर भीषण गर्मी का अलर्ट
पंजाब शिक्षा विभाग ने धूप से बचने के लिए जारी की एडवाइजरी
चंडीगढ़, 14 मई (विश्ववार्ता) उत्तर भारत समेत पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ, राजस्थान व उत्तर प्रदेश मे दो दिन की राहत के बाद एक बार फिर सूर्य देवता ने गर्मी का कहर बरपाने वाले हैै जिसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने एडवाइजरीजारी की है। बता दें कि कई जिलों में दिन का तापमान अब 40 डिग्री पार करने लग पड़ा है। वहीं, 16 मई से पूरे राज्य के लू की चपेट में आने की संभावना है। ऐसे में विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। गर्मियों के इस मौसम में चलने वाली हीट वेव से स्कूली छात्रों को बचाने के लिए पंजाब शिक्षा विभाग की तरफ से एडवाइजरी जारी कर दी गई है। इसमें स्टूडेंट्स और टीचरों को उचित कपड़े पहनने से लेकर गर्मी से बचने के तौर तरीके बताए गए हैं। विभाग ने तय किया है कि गाइड लाइन की कॉपी पंजाबी में ट्रांसलेट की जाएगी। साथ ही इसे सारे स्कूलों लागू करवाया जाएगा। सुबह मॉर्निंग असेंबली और फिजिकल एजुकेशन के पीरियड में स्टूडेंट्स को इस बारे में जागरूक किया जाएगा।
-छात्रों और शिक्षकों को सलाह दी गई है कि वे समाचार पत्र पढक़र या टीवी और रेडियो सुनकर मौसम संबंधी खबरों से अपडेट रहें। अपने फोन पर मौसम डाउनलोड करने का भी सुझाव दिया गया है।
-सलाह में यह भी कहा गया है कि जलयोजन महत्वपूर्ण है और इसलिए बड़ी मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर आप हृदय, किडनी या लीवर की बीमारियों से पीडि़त हैं या कम पानी पीते हैं तो डॉक्टरी सलाह से तरल पदार्थ बढ़ाने के कदम उठाने चाहिए।
क्या करें
* घर से बाहर का काम दिन के ठंडे समय जैसे सुबह और शाम के दौरान किया जाना चाहिए।
* प्यास न होने पर भी हर आधे घंटे में पानी पिएं। मिर्गी या हृदय रोग, गुर्दे या यकृत रोग से पीडि़त लोग जो तरल पदार्थ-प्रतिबंधित आहार पर हैं, उन्हें पानी का सेवन बढ़ाने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
(बाहर काम करते समय हल्के रंग के पूरी बाजू के कपड़े पहनें। कोशिश करें कि गर्मियों में सूती कपड़े ही पहनें।
*अपने सिर को सीधी धूप से ढकने के लिए छाता, टोपी, तौलिया, पगड़ी या दुपट्टे का प्रयोग करें।
*नंगे पैर बाहर न निकलें, धूप में निकलते समय हमेशा जूते या चप्पल पहनें।
* धूप में काम करने वाले लोगों को शरीर का तापमान उचित बनाए रखने के लिए छाया में आराम करना चाहिए या सिर पर गीला कपड़ा रखना चाहिए।
*धूप में बाहर जाते समय हमेशा पानी साथ रखें।
*मौसमी फल और सब्जियां जैसे तरबूज, संतरा, अंगूर, खीरा और टमाटर खाएं क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है।
*जो लोग आपके घर या कार्यालय में सामान या भोजन की डिलीवरी के लिए आते हैं उन्हें पानी पिलाएं।
* नींबू पानी, लस्सी, नारियल पानी जैसे घरेलू पेय पदार्थों का उपयोग और खपत बढ़ाएँ।
*अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन और आंखों की सुरक्षा के लिए काला चश्मा पहनें।
*कम खाना खाएं और अधिक बार खाएं।
*ठंडे पानी से बार-बार नहाएं।
*छतों पर छप्पर डालकर या सब्जियां उगाकर तापमान को कम रखा जा सकता है।
*यदि व्यायाम कर रहे हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें और इसे कुछ दिनों तक बढ़ाएं।
*पारंपरिक उपचार जैसे प्याज का सलाद और कच्चे आम को नमक और जीरा के साथ खाने से हीट स्ट्रोक से बचा जा सकता है।
क्या न करें
* दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचें।
* गर्म समय में खाना पकाने से बचें, रसोई को अच्छी तरह हवादार रखने के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें।
* शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड और अत्यधिक मीठे पेय पदार्थों का सेवन कम से कम करें क्योंकि ये वास्तव में शरीर के तरल पदार्थ को खत्म कर देते हैं।
* तले हुए भोजन से परहेज करें, बासी भोजन न करें।
* बच्चों या पालतू जानवरों को बंद वाहन में न छोड़ें।
ऐसे लक्षण जिनके लिए चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता
* मानसिक संतुलन में परिवर्तन के साथ बेचैनी, बोलने में कठिनाई, चिड़चिड़ापन, एटैक्सिया (बोलने में कठिनाई), हकलाना, दौरे पडऩा आदि।
* गर्म, लाल और शुष्क त्वचा।
* जब शरीर का तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक हो जाए।
* गंभीर सिरदर्द।
* चिंता, चक्कर आना, बेहोशी और हल्का सिरदर्द।
* मांसपेशियों में कमजोरी या अकडऩ एक घंटे से अधिक समय तक बनी रहती है।
* उल्टी (जी मिचलाना)
* तेज दिल की धडक़न
* सांस लेने में कठिनाई