ईडी की झारखंड मे बडी कार्रवाई
झारखंड के कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को किया अरेस्ट
चंडीगढ, 16 मई (विश्ववार्ता) देश मे जहां लोकसभा चुनाव-2024 के दौर के चौधे चरण का मतदान भी सम्पन्न हो गया है तो वही ईडी लगातार विपक्ष पर एक के बाद लगातार वार कर रही है। अब खबर आ रही है कि ईडी ने झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता आलमगीर को गिरफ्तार कर लिया है। मंत्री से रांची स्थिति ईडी कार्यालय में आज सुबह से ही पूछताछ चल रही थी। मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर ईडी ने उन्हें 10 घंटे से ज्यादा चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मंत्री के निजी सचिव संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को ईडी पहले ही गिरफ्तारी कर चुकी है। अभी हाल में जहांगीर आलम के घर पर करोड़ों रुपये कैश बरामद किए गए थे। इसी मामले में मंत्री को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
. बता दें कि 12 मई को ईडी ने आलमगीर आलम को समन भेजा था और 14 मई को पूछताछ के लिए रांची के हिनू स्थित रीजनल कार्यालय में सुबह 11 बजे बुलाया था। आलमगीर आलम तय समय से पहले ही ईडी के ऑफिस पहुंच गए थे। ईडी के आलमगीर आलम से पूछने के लिए 50 सवालों का लिस्ट तैयार किया था। मंगलवार को ईडी कार्यालय के बाहर पहुंचने के बाद मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा था कि वह केंद्रीय जांच एजेंसी की टेंडर घोटाले मामले की जांच में पूरा सहयोग करेंगे. जितने भी सवाल किए जाएंगे, वे ज्यादा से ज्यादा सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे।
आपको बता दें कि आलमगरी आलम के सचिव संजीव कुमार के घर से 35.23 करोड़ कैश बरामद किया गया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार सुबह दूसरी बार आलमगीर को ईडी ने समन कर पूछताछ के लिए बुलाया था. जांच में सहयोग ना करने की वजह से मंत्री आलमगीर की गिरफ्तारी हुई. एजेंसी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। उनके सचिव के घर पर छापेमारी में ईडी ने 35 करोड़ रुपए नकद जब्त किए थे. उसके बाद से उन पर ईडी की नजर थी।
क्या है पूरा मामला
मनी लांड्रिंग की जांच राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं से संबंधित है। 70 वर्षीय कांग्रेस नेता आलमगीर आलम झारखंड में ग्रामीण विकास मंत्री हैं और राज्य विधानसभा में पाकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह छापेमारी झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र के राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच के सिलसिले में की गई। जिन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद जांच का दायरा बढ़ता गया।