इतिहास में पहली बार भक्तों ने बनाया नया रिकॉर्ड
कपाट खुलने पर पहुंचे इतने श्रद्धालु, हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा
चंडीगढ़, 11 मई (विश्ववार्ता) कपाटोद्घाटन पर धाम में 29030 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि कपाटोद्घाटन के मौके पर इनती बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। बाबा केदार अपने धाम से दर्शन दे रहे हैं. इस दौरान भक्तों का हुजूम बाबा केदार के दरबार में उमड़ पड़ा. इस अद्वभुत पल के साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में भक्त केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। बाबा के जयकारों से पूरा केदारनाथ गुंजायमान हो गया और पूरा परिसर बोल बम, हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजने लगा।
विभिन्न प्रजातियों के 24 क्विंटल से अधिक फूलों से केदारनाथ मंदिर को सजाया गया है. मंदिर के ठीक पीछे शंकराचार्य समाधि स्थल से लेकर भैरवनाथ मंदिर को भी सजाया गया है. इस वर्ष चारधाम यात्रा में रिकार्ड श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. ऐसे में प्रशासन द्वारा केदारनाथ धाम में भी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद किया गया है।
श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कार्यधिकारी रमेश चंद्र तिवारी ने कहा कि इस उपलब्धि से यात्रा में नया अध्याय जुड़ा है। पहले दिन जिस तरह से श्रद्धालुओं से का उत्साह देखने को मिला है, उससे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और भी अधिक हो सकती है।
भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक केदारनाथ धाम के कपाट वेद मंत्रोच्चार के बीच शुभ लग्न पर शुक्रवार सुबह 7 बजे खोल दिए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई गणमान्य लोगों ने बाबा केदार के दर्शन किए। हजारों श्रद्धालु भी इस पावन पल के साक्षी बने।
जीएमवीएन द्वारा यात्रियों के रुकने के लिए गेस्ट हाउस समेत टेंट की व्यवस्था की गई है. ललित महाराज आश्रम के पास गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा टेंट कॉलोनी बनाई गई है, जहां श्रद्धालु रुक सकते हैं. वहीं, स्थानीय युवाओं द्वारा भी यहां कैंप, दुकाने, टेंट लगाए गए हैं जहां यात्री विश्राम कर सकते हैं. इस बार मंदिर में भक्तों के दर्शन के लिए लाइनिंग की पूर्ण रूप से व्यवस्था की गई है. साथ ही यात्रियों को नेटवर्क संबंधी समस्याओं से न झूझना पड़े. इसके लिए नेटवर्क की दिक्कत भी दूर कर दी गई है।
मंदिर को 20 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया था। कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर आसमान से हैलीकाप्टर से पुष्पवर्षा की गई। ‘बम-बम भोले’ और ‘बाबा केदार की जय’ के उद्घोष के साथ प्रात: सात बजे विधि विधान से विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच केदारनाथ मंदिर का मुख्य द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। मुख्य सेवक भंडारा कार्यक्रम समिति ने श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह भंडारे भी आयोजित कराए। केदारनाथ में मौसम भी साफ है।