आज देशभर मे धूमधाम से मनाई जा रही है रामनवमी
रामलला के जन्मोत्सव पर अयोध्या में विशेष इंतजाम
चंडीगढ, 17 अप्रैल (विश्ववार्ता)प्राण-प्रतिष्ठा के बाद आज भव्य-नव्य मंदिर में पहली बार श्रीराम जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस बीच जन्मोत्सव में आने वाले भक्तों को देने के लिए प्रसाद की विशेष तैयारी है। धनिया की पंजीरी युक्त प्रसाद के दो लाख से अधिक पैकेट तैयार हैं।
रामलला के जन्मोत्सव में धनिया की पंजीरी का विशेष महत्व है। इसका भोग भी लगता है। भोग के बाद ही इसे वितरित किया जाएगा। लगभग 10 क्विंटल से अधिक पंजीरी बनाई गई है। बड़ी मात्रा में लड्डू और पेड़ा का भी वितरण होगा। पंजीरी के अलावा प्रसाद के पैकेट में पंचमेवा, रामदाना आदि भी होगा। प्रसाद की कुल मात्रा 40 क्विंटल होगी।
राम नवमी का महत्व
राम नवमी का त्योहार हर साल बड़े ही उत्साह और भक्तिभाव के साथ पूरे देश में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान राम विष्णु के सातवें अवतार के रूप में जन्म लिया था। वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान राम का जन्म अयोध्या के राजा दशरथ के यहां बड़े पुत्र के रूप में लिया था। धार्मिक मान्यता के अनुसार राम का जन्म रावण के वध के लिए हुआ था। इस कारण से हर साल राम नवमी का पर्व भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार राम नवमी का त्योहार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पड़ता है और यह चैत्र नवरात्रि का आखिरी दिन भी होता है। पूरे देश में इस दिन शक्ति की आराधना के साथ राम नवमी का त्योहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा जाता है। देशभर इस दिन जगह-जगह धार्मिक जुलूस भी निकाले जाते हैं। राम नवमी के दिन मंदिरों में सुबह से लेकर शाम तक भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। इस पूरे दिन उपवास रखकर मर्यादा पुरुषोत्तम के जीवन से सीख लिया जाता है। सूर्यास्त के बाद व्रत का पारण करते हुए समापन किया जाता है।