फिलिस्तीन समर्थकों का इजरायल विरोधी प्रदर्शन अमेरिका में व्यापक
कोलंबिया में 2000 तो लॉस एंजिल्स में 200 गिरफ्तार
चंडीगढ, 3 मई (विश्ववार्ता) फिलिस्तीन समर्थकों का इजरायल विरोधी प्रदर्शन अमेरिका में अब बहुत व्यापक हो गया है। कैलिफोर्निया से लेकर देश के सभी विश्वविद्यालय लगभग इसकी चपेट में आ गए हैं। अमेरिका के करीब हर कोने में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शन हुए और गिरफ्तारियां हुईं। बीते चौबीस घंटों में लॉस एजिंल्स के प्रदर्शन ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है, जहां गुरुवार की सुबह अधिकारी प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर टूट पड़े।
लॉस एजिंल्स काउंटी शेरिफ विभाग के आंकड़ों का हवाला देते हुए कैलिफोर्निया राजमार्ग गश्ती दल के सार्जेंट एलेजांद्रो रुबियो ने बताया कि कम से कम 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया। रुबियो ने कहा कि लॉस एंजिल्स शहर के पास काउंटी जेल परिसर में उन पर मामला दर्ज किया जा रहा है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय पुलिस तय करेगी कि कौन से आरोप लगाने हैं।
अमेरिका के लॉस एंजिलिस स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (यूसीएलए) के परिसर में फलस्तीनी समर्थकों के शिविर पर प्रदर्शनकारियों के हमले को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई नहीं कर पाने पर प्रशासन और परिसर में तैनात पुलिस को कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है। यूसीएलए में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को फलस्तीन समर्थक और इजराइल समर्थक प्रतिद्वंद्वी समूहों में झड़प हो गई थी, जिसे रोकने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को बुलाया गया। इस दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया और झड़प में कम से कम 15 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
अमेरिका के कुछ कॉलेज के परिसरों में इजराइल-हमास युद्ध को लेकर हिंसा की घटनाओं में हाल में तेजी आई है। ‘मुस्लिम पब्लिक अफेयर्स काउंसिल’ की ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ रेबेका हुसैनी ने बुधवार को लॉस एंजिलिस स्थित परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘समुदाय को यह लगना चाहिए कि पुलिस उनकी रक्षा कर रही है, ना कि दूसरों को उन्हें नुकसान पहुंचाने में सक्षम बना रही है।’’ यूसीएलए में जहां पुलिस के अधिक हस्तक्षेप की मांग की जा रही है, वहीं इसके विपरीत, अमेरिका के अन्य परिसरों में अधिकारियों की कार्रवाई की निंदा की जा रही है। मैडिसन स्थित विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय में बुधवार तड़के पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के तंबू नष्ट हटा दिए, जिसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए।