अमित शाह ने 188 हिंदू शरणार्थियों को CAA के तहत दी भारतीय नागरिकता
कहा’परिवारवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं पीएम मोदी’
चंडीगढ, 19 अगस्त (विश्ववार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में 188 पाकिस्तानी हिंदुओं को नए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान की, जो गुजरात में नागरिकता प्रदान किए जाने का पहला उदाहरण है। यह क्षण पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न से बचने के बाद भारत में शरण लेने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आया। इस अवसर पर बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार पड़ोसी देशों के हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख सहित उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान करने के लिए दृढ़ है। उन्होंने कांग्रेस नीत भारत ब्लॉक की तुष्टिकरण की राजनीति की भी आलोचना की।
अमित शाह ने आगे कहा कि सीएए को लेकर मुसलमानों को भडकाया गया. सीएए कानून से किसी का नागरिकता नहीं जाती है. कुछ राज्य सरकार सीएए को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है. इंडिया अलायंस और कांग्रेस वाले सीएए को लेकर शरणार्थियों को गुमराह कर रहे हैं।
अमित शाह ने अपने भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी के अच्छे कामों को भी गिनाया. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी परिवारवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने जातिवाद को खत्म किया है. औरंजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़ा था, लेकिन मोदी ने उसे बनाया. नरेंद्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 खत्म की. नरेंद्र मोदी ने तुष्टिकरण को खत्म किया है।
कांग्रेस ने तुष्टिकरण की नीति के कारण नहीं निभाया वादा
अमित शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस और इनके सहयोगियों की तुष्टिकरण की नीति के कारण आजादी के बाद पड़ोसी देश से आए सताए हिंदुओं, बौद्ध और सिखों को न्याय नहीं मिला. इन लोगों को वादे के बाद भी भारत की नागरिकता नहीं मिली. नरेंद्र मोदी ने ऐसे करोड़ों लोगों को न्याय दिलाया है. मैं अपने सभी शरणार्थी भाइयों से कहता हूं कि आप बेझिझक होकर नागरिकता के लिए अप्लाई कीजिए. आपके साथ कुछ गलत नहीं होगा. कोई क्रिमिनल केस का प्रावधान इसमें नहीं है, आपका घर, आपकी नौकरी सब कुछ बनी रहेगी. विपक्ष आपको गुमराह कर रहा है।