अग्नि मिसाइल के जनक राम नारायण अग्रवाल का हुआ निधन
अग्नि मैन’ के नाम से थे मशहूर, ली अंतिम ..
डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने शोक जताया
चंडीगढ, 15 अगस्त (विश्ववार्ता) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, DRDO के प्रसिद्ध वैज्ञामनिक राम नारायण अग्रवाल का निधन हो गया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने डीआरडीओ अधिकारी के बयान के हवाले से बताया कि राम नारायण अग्रवाल का गुरुवार को 84 वर्ष की आयु में हैदराबाद में निधन हो गया।
डीआरडीओ के अनुसार उन्हें अग्नि मिसाइलों के जनक के रूप में भी जाना जाता है और उन्होंने देश में लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह अग्नि मिसाइलों के पहले कार्यक्रम निदेशक भी थे। उन्हें अग्नि मैन के नाम से भी जाना जाता था।
राम नारायण अग्रवाल को ‘अग्नि मैन’ के नाम से जाना जाता था
डॉक्टर राम नारायण अग्रवाल ने देश में लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे अग्नि मिसाइलों के पहले कार्यक्रम निदेशक थे। इस वजह से उन्हें ‘अग्नि मैन’ के रूप में भी जाना जाता है। अग्नि, इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) कार्यक्रम ने भारत को अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, इस्राइलयल और उत्तर कोरिया जैसे देशों के समूह में शामिल कर दिया था। वर्ष 1989 के मई महीने में कार्यक्रम निदेशक के रूप में डॉक्टर अग्रवाल और उनकी टीम ने अग्नि मिसाइल का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया था। यह मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल थी, जिसे ओडिशा तट से दूर बालासोर के परीक्षण रेंज से प्रक्षेपित किया गया था। वर्ष 1983 से वर्ष 2005 तक डॉक्टर अग्रवाल ने अग्नि मिशन के कार्यक्रम निदेशक के रूप में काम किया। इसके बाद वे एडवांस्ड सिस्टम्स लेबोरेटरी (एएसएल) के निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
डीआरडीओ के वरिष्ठ, वर्तमान और पूर्व वैज्ञानिकों ने डॉक्टर अग्रवाल के निधन पर शोक व्यक्त किया। पूर्व डीआरडीओ प्रमुख और मिसाइल वैज्ञानिक डॉक्टर जी सतीश रेड्डी ने कहा कि देश ने एक महान व्यक्तित्व खो दिया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर अग्रवाल ने देश में लंबी दूरी की मिसाइलों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।