अकाली दल को पंजाब मे लगा बडा झटका, इस नेता ने थामा भाजपा का दामन
चंडीगढ, 22 जून (विश्ववार्ता) शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुखविंदरपाल सिंह गरचा के अकाली दल से इस्तीफा देने के बाद उनके भाजपा में शामिल होने की चल रही चर्चाओं पर उस समय पूर्ण विराम लग गया जब वह औपचारिक रूप से भारतीय में शामिल हो गए जनता पार्टी से उन्होंने अपनी नई पारी की शुरुआत की. गौरतलब है कि सुखविंदरपाल सिंह गरचा ने आज शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की मौजूदगी में अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
बता दें कि सुखविंद्र पाल गरचा ने 2 दिन पहले ही अकाली दल से इस्तीफा दे दिया था तथा उनकी भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया था। लेकिन आज चंडीगढ़ में पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ के नेतृत्व में भाजपा ज्वाइन करने के बाद इन अटकलों पर विराम लग गया है तथा गरचा ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है।
पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने गरचा का बीजेपी में शामिल होने पर स्वागत किया. इस मौके पर भाजपा लुधियाना के अध्यक्ष रजनीश धीमान, लक्की चोपड़ा, महेश शर्मा, रोहित कुमार जोशी, राजदीप सिंह, नरिंदरपाल सिंह आदि मौजूद थे। गौरतलब है कि सुखविंदरपाल सिंह गरचा 1996 में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष थे. प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहरा ने बड़ी संख्या में युवा साथियों के साथ पार्टी में शामिल होकर राजनीति में प्रवेश किया। 1999 में टोहरा विवाद के दौरान बादल सर्ब हिंद अकाली दल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रवक्ता थे जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहरा द्वारा समर्थित और बाद में बादल टोहरा समझौते पर यूथ अकाली जल के महासचिव, मुख्य प्रवक्ता और शिरोमणि अकाली दल में विभिन्न पदों पर वर्तमान में सुखविंदरपाल सिंह गरचा शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सदस्य के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत थे।