कहा कि 1 अक्टूबर को राज्य के तीनों तख्तों से मोहाली तक ‘किसान मार्च’ किया जाएगा
सरदार सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में कोर कमेटी की मीटिंग में कृषि विधेयकों को रदद करने के लिए संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए समान विचारधारा वाले क्षेत्रीय दलों के साथ बातचीत करने का फैसला किया गया
चंडीगढ़/22सितंबर ( विश्ववार्ता ):शिरोमणी अकाली दल ने आज 25 सिंतबर को राज्य व्यापी ‘चक्का जाम’ सहित कृषि विधेयकों की वापसी के लिए ‘संघर्ष’ की घोषणा की है और साथ ही 1 अक्टूबर को तीनों सिख धार्मिक ‘तख्तों’ से मोहाली एक साथ ‘किसान मार्च’ कर राज्य के राज्यपाल को भारत के राष्ट्रपति के लिए मेमोरेंडम सौंपा।
इस बारे में फैसला कल देर रात पार्टी की कोर कमेटी की मीटिंग में लिया गया जिसकी अध्यक्षता सरदार सुखबीर सिंह बादल ने की। यह भी निर्णय लिया गया कि अकाली दल अध्यक्ष 26 से 29 सितंबर तक पार्टी कैडर के साथ बातचीत करने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा करेंगे।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए पार्टी प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने बताय कि कोर कमेटी ने 25 सितंबर को राज्य भर में चक्का जाम करने का फैसला किया है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे किसानों , खेत मजदूरों, आढ़तियों के साथ सभी निर्वाचन क्षेत्रों में ‘चक्का जाम’ करें। पार्टी तीन घंटे का कार्यक्रम सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक करेगी। पार्टी कार्यकर्ताओं को हालांकि आपातकालीन सेवाओं को न रोकने के लिए कहा गया है।
कोर कमेटी ने 1 अक्टूबर को श्री अकाल तख्त साहिब, श्री दमदमा साहिब और श्री केशगढ़ साहिब तीनों तख्तों से किसान मार्च निकालने का फैसला किया है। सरदार सुखबीर सिंह बादल श्री दमदमा साहिब से,पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदारनी हरसिमरत कौर बादल श्री अकाल तख्त साहिब से तथा प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा तथा डॉ. दलजीत सिंह चीमा श्री केशगढ़ साहिब से नेतृत्व करेंगे। वरिष्ठ नेता भी इसमें भाग लेंगे। जहां सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़, जत्थेदार तोता सिंह, चरनजीत सिंह अटवाल, जगमीत सिंह बराड़ तथा सिकंदर सिंह मलूका श्री दमदमा सािहब तलवंडी साबों से , वरिष्ठ नेता निर्मल सिंह काहलों, सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया, गुलजार सिंह रणीके, डॉ. उपिदंरजीत कौर तथा बीबी जागीर कौर श्री अमृतसर साहिब से मार्च में भाग लेंगे।
मीटिंग में निर्णय लिया गया कि मोहाली दशहरा ग्राउंड में मार्च का समापन होगा जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल देश के राष्ट्रपति के लिए पंजाब के राज्यपाल को मेमोरेंडम देगा।
कोर कमेटी ने देश भर में सभी समान विचारधारा वाले क्षेत्रीय दलों से संपर्क करने का भी फैसला किया ताकि किसान विरोधी विधेयकों को रदद कराने के लिए एकजुट लड़ाई लड़ने के लिए संयुक्त रणनीति तैयार की जा सके तथा साथ ही किसानों के साथ किए जा रहे भेदभाव को दूर करने के लिए सभी तार्किक कदमों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।