चंडीगढ, 17 दिसंबर (विश्ववार्ता, गुरप्रीत): भारत में फाइनेंसरों की रिटेल लोन बुक दोगुनी हो जाएगी। क्रिसिल पॉवर्ड आईसीआईसीआई बैंक रिपोर्ट के अनुसार मार्च, 2019 के 48 ट्रिलियन रुपए की तुलना में रिटेल लोन मार्च 2024 तक 96 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच जाएंगे। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि यह तीव्र वृद्धि अगले पांच वर्षों में निजी उपभोग (यानी घर, कार, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, क्रेडिट कार्ड आदि)की बढ़ती मांग, ऋण लेने के लिए उपभोक्ताओं की इच्छा, विभिन्न कंज्यूमर डेटा की उपलब्धता में वृद्धि, डेटा एनालिटिक्स का बेहतर उपयोग और विनियामक पहल के चलेत कम लागत वाले आवास ऋण और एमएसएमई (माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) लोन में वृद्धि आदि के चलते आएगी। रिपोर्ट की मुख्य झलकियों के अनुसार, जिसे 17 दिसंबर को लॉन्च किया गया था, इस वृद्धि में योगदान देने वाले मुख्य सेगमेंट इस प्रकार हैं
मोर्गज लोन मार्केट – सामान्य और कम लागत वाले आवास और संपत्ति के खिलाफ ऋण वित्त वर्ष 24 में 46.1 ट्रिलियन रुपए के साथ दोगुना होने की उम्मीद है।असुरक्षित ऋण – व्यक्तिगत ऋण और क्रेडिट कार्ड – वित्त वर्ष 24 में 13.8 ट्रिलियन रुपए के साथ दोगुने से अधिक हो सकते हैं।एमएसएमई को ऋण 13.2 ट्रिलियन के साथ दोगुने से अधिक होने की संभावना है। वाहन – वाणिज्यिक वाहन, चौपहिया और दोपहिया वाहन ऋण 17.5 ट्रिलियन रुपए के साथ लगभग दोगुने से अधिक हो सकता है