स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू रोकथाम सम्बन्धी गतिविधियों का लिया जायज़ा और अधिकारियों को और सक्रिय रहने के दिए निर्देश
चंडीगढ़, 23 नवंबरःपंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा डेंगू और मच्छरों से पैदा होने वाली अन्य बीमारियों सम्बन्धी मौजूदा स्थिति का जायज़ा लिया।
ज़िक्रयोग्य है कि चाहे स. जौड़ामाजरा आम आदमी पार्टी के लिए गुजरात में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, परन्तु लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए वह डिजिटल माध्यम के द्वारा अलग-अलग स्वास्थ्य गतिविधियों पर नज़र रख रहे हैं और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुये बताया कि पंजाब में अब तक डेंगू के 9559 मामले दर्ज किये गए हैं और इनमें से 8323 मरीज़ स्वस्थ हो चुके हैं। पंजाब में डेंगू के सिर्फ़ 1206 एक्टिव मरीज़ हैं, जिनमें से 102 मरीज़ सरकारी अस्पतालों में, 91 निजी अस्पतालों में दाखि़ल हैं और 1012 अपने घरों में ठीक हो रहे हैं। जो मरीज़ घरों में मौजूद हैं, उनकी विभाग की रैपिड रिस्पांस टीमों से तरफ से रोज़मर्रा के आधार पर नज़र रखी जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि इस साल डेंगू के कारण 16 व्यक्तियों की मौत हुई है जबकि पिछले साल डेंगू से 55 मौतें हुई थीं। इसलिए फ़िलहाल स्थिति काफ़ी हद तक काबू में है, परन्तु उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की कि वह अपनी मुस्तैदी को ढीला न पड़ने दें। उन्होंने राज्य में डेंगू रोकथाम गतिविधियों को और तेज़ करने के भी निर्देश दिए।
स. जौड़ामाजरा ने कहा कि डेंगू और मलेरिया महामारी रोग एक्ट, 1897 के अधीन नोटीफाईड बीमारियां हैं और इस अनुसार पंजाब राज्य के सभी प्राईवेट अस्पतालों को डेंगू और मलेरिया के मामलों की रिपोर्ट स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को पेश करनी पड़ती है जिससे डेंगू के किसी भी मामले में विभाग की तरफ से समय पर कार्यवाही की जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को फोगिंग को और तेज करने के लिए स्थानीय निकाय और ग्रामीण विकास विभाग के साथ तालमेल करने के लिए कहा और डेंगू की रोकथाम के लिए जागरूकता पैदा करने पर ज़ोर दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों की पालना करने की अपील भी की और भरोसा दिलाया कि वह ज़मीनी स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं।