संसद सुरक्षा चूक मामले में गृह मंत्रालय एक्शन में, जांच के लिए समिति गठित
सीआरपीएफ के पास संसद के बाहरी लेयर की सुरक्षा का है जिम्मा
चंडीगढ, 14 दिसंबर (विश्ववार्ता) केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को संसद की सुरक्षा- व्यवस्था में सेंध लगाकर लोकसभा की दर्शक दीर्घा से दो व्यक्तियों के सदन में कूदने के मामले की जांच के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है।
गृह मंत्रालय के अनुसार इस जांच समिति का गठन लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर किया गया है। समिति में श्री सिंह के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्यों तथा कुछ अन्य विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया है।
मंत्रालय के अनुसार जांच समिति संसद की सुरक्षा में चूक के कारणों और कमियों का पता लगाकर आगे की कार्रवाई के बारे में सिफारिश करेगी ।
समिति अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द पेश करेगी और संसद की सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाएं जाने के बारे में सुझाव भी देगी।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को दिन में जब लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी, तो दो व्यक्ति दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए। उन्हें पकड़कर सुरक्षा कर्मियों के हवाले कर दिया गया।
सीआरपीएफ के पास संसद के बाहरी लेयर की सुरक्षा का जिम्मा है, शस्त्र के साथ सीआरपीएफ जवान संसद भवन परिसर में मौजूद रहते हैं, संसद भवन के भीतर इनकी एंट्री नहीं होती. संसद की सुरक्षा से जुड़े हर प्लान को बनाने में सीआरपीएफ ही लीड एजेंसी होती है। अन्य एजेंसियों के साथ डीजी सीआरपीएफ अनीश दयाल मामले की जांच करेंगे. अनीश दयाल आईटीबीपी के डीजी हैं। उनके पास डीजी सीआरपीएफ का अतिरिक्त चार्ज है. अनीश इससे पहले काफी वक्त आईबी में भी बिता चुके हैं इसलिए इस संवेदनशील मामले की जांच के लिए बनी उच्चस्तरीय कमेटी की वो अध्यक्षता कर रहे हैं।