शिरोमणी अकाली दल ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग चुनावों में गड़बड़ी में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे
अर्ध-सैनिक बल तैनात करे तथा नगर निगम चुनाव की वीडियोग्राफी की मांग की
राज्य चुनाव आयोग से अधिकारियों द्वारा की जा रही गड़बड़ियों के बारे में बताया
चंडीगढ़/15जनवरी: शिरोमणी अकाली दल ने आज राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) से कहा है कि वह कांग्रेसी नेताओं के कहने पर चुनावी गड़बड़ी में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें तथा पार्टी ने अर्धसैनिक बलों की तथा राज्य में आगामी नगर निगम चुनावों की वीडियोग्राफी की मांग की है।
शिरोमणी अकाली दल का प्रतिनिधिमंडल जिसमें डाॅ. दलजीत सिंह चीमा, सरदार सिकंदर सिंह मलूका, श्री एन के शर्मा, सरदार चरनजीत सिंह बराड़, सरदार परमबंस सिंह रोमाणा, सरदार बरजिंदर सिंह बराड़ आज राज्य चुनाव आयोग जगपाल सिंह संधू से मुलाकात की तथा कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनावी प्रक्रिया का अपहरण कर लिया है तथा राज्य चुनाव आयोग द्वारा तय दिशा निर्देशों का पालन नही किया जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयोग को बताया ‘ यह राज्य के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने जैसा है जैसा कि पहले जिला परिषद तथा पंचायत समिति चुनावों के मामले में हुआ था।
राज्य चुनाव आयोग के साथ बातचीत करते हुए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मांग की कि बूथों के अंदर तथा रिटर्निंग अधिकारियों के कार्यालय में बूथ कैप्चरिंग तथा अन्य गड़बड़ी को पकड़ने के लिए वीडियोग्राफी की अनुमति दी जाए। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की कि आॅनलाइन नामांकन दाखिल करने की अनुमति दी जाए तथा उम्मीदवारों को सैल्फ डिकलेरेशन के आधार पर नो डयूज सर्टिफिकेट जारी किए जाएं।
सरदार परमबंस सिंह रोमाणा तथा तथा सरदार बरजिंदर बराड़ सहित प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों ने कांग्रेसी नेताओं के कहने पर अधिकारियों द्वारा ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों में वोट शिफट किए जाने के उदाहरण दिए। उन्होने यह भी बताया कि किस तरह फिरोजपुर के साथ साथ अन्य स्थानों पर वार्ड का विभाजन कांग्रेस प्रत्याशियों के अनुसार किया जा रहा था। एसईसी से कहा कि ‘यहां तक कि विपक्ष को सूची तक उपलब्ध नही कराई जा रही है।
बाद में पत्रकारों को जानकारी देते हुए डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने एसईसी से चैबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को कहा ताकि वह सभी घटनाक्रमों पर नजर रख सके तथा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में तुरंत उचित कार्रवाई कर सके। उन्होने आयोग से एक विशेष एप बनाने का भी अनुरोध किया जिसका इस्तेमाल आम जनता जो भी उल्लंघन होता है उसे सांझा कर सकती है। डाॅ. चीमा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की कि सभी वोटों की गिनती मौके पर ही की जाए तथा मतदान कर्मचारियों को कांग्रेस के विधायकों द्वारा न चुना जाए।