लोकसभा अध्यक्ष और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने ज्योतिसर तीर्थ पर किया श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप पर लाईट एंड साउंड शो का उद्घाटन
24 मिनट के लाईट एंड साउंड शो से गूंजा ज्योतिसर तीर्थ परिसर
इस अद्भुत दृश्य को देख मंत्रमुग्ध हुए लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला
चंडीगढ़, 20 नवंबर – श्रीमद्भगवद्गीता की जन्मस्थली ज्योतिसर में लोकसभा के अध्यक्ष श्री ओम बिरला और हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप पर लाईट एंड साउंड शो का उद्घाटन किया। इस अद्भुत दृश्य को देखकर लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने हरियाणा सरकार के इस कदम की सरहाना की। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों को तीर्थाटन के रूप में विकसित करने की हरियाणा सरकार की यह अच्छी पहल है। इसी तरीके से इन स्थलों को बड़े तीर्थाटन स्थलों के रूप में विकसित किया जा सकता है। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को इसके लिए बधाई दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भी लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला के पवित्र ज्योतिसर तीर्थ पर पहुंचने पर उनका स्वागत व अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि ज्योतिसर तीर्थ पर श्री कृष्ण के विराट स्वरूप पर लाईट एंड साउंड शो का उद्घाटन करने के लिए स्वयं लोकसभा अध्यक्ष पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्योतिसर तीर्थ पर 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप को स्थापित कर दिया गया है। इस स्थल पर थ्री-डी प्रोजेक्शन मैपिंग लाईट शो शुरू किया गया है। 24 मिनट के इस शो को दिखाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसमें 30 हजार ल्यूमनस के प्रोजेक्टर, लेजर तकनीक, लाईट और अत्याधुनिक साउंड सिस्टम का प्रयोग हुआ है। इनकी मदद से भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप के अद्भुत दर्शन होंगे। इसके साथ-साथ फायर सिस्टम का भी प्रयोग किया गया है, जो इस लाईट एंड साउंड शो को और भी विहंगम बना देता है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि जल्द ही आमजन के लिए इस लाईट एंड साउंड शो का समय निर्धारित कर दिया जाएगा।
ज्योतिसर में बन रहे 6 संग्रहालय
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि ज्योतिसर तीर्थ पर ही 6 संग्रहालय बनाए जाएंगे। इन संग्रहालयों में वर्चुअली महाभारत, श्रीमद्भागवत गीता, कुरुक्षेत्र और 48 कोस से जुड़े प्रसंगों को दिखाया जाएगा। इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक जैसे ऑगमेंटेड रियलिटी, होलोग्राफिक इमेज, रोबोटिक और ड्रोन आदि का इस्तेमाल किया जाएगा। इन संग्रहालयों में वर्चुअली अलग-अलग कहानियों को दिखाया जाएगा। यह कहानियां और प्रसंग एक निर्धारित समय के बाद बदले जाएंगे ताकि एक दफा कोई इन्हें देख ले और दोबारा आए तो उसे नए प्रसंग देखने को मिलें।