मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में 20 समर्पित ग्रामीण औद्योगिक हब स्थापित करने का ऐलान
राज्य में औद्योगिक विकास एवं रोजग़ार को अधिक बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया कदम
विभिन्न जिलों की ख़ास वस्तुओं के उत्पादन को यकीनी बनाने के लिए ‘एक जि़ला, एक उत्पाद का विचार किया पेश
निवेशकों की सुविधा के लिए राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम को और मज़बूत करने का ऐलान
चंडीगढ़, 6 दिसंबर:राज्य में ख़ास करके ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक विकास को अधिक बढ़ावा देने और नौजवानों के लिए रोजग़ार पैदा करने के उद्देश्य से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य भर में 20 समर्पित ग्रामीण औद्योगिक हब स्थापित करने का ऐलान किया है।
औद्योगिक नीति के मसौदे के बारे विचार जानने के लिए यहाँ पंजाब सिवल सचिवालय में उद्योगपतियों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम दो उद्देश्यों की पूर्ति करेगा क्योंकि यह एक तरफ़ जहाँ औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा, वहीं दूसरी तरफ़ ग्रामीण नौजवानों के लिए रोजग़ार के नये आयाम सृजित करेगा। उन्होंने कहा कि यह हब उद्योगपतियों को अपने यूनिट स्थापित करने में सुविधा देने के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ लैस होंगे। भगवंत मान ने इन औद्योगिक हबों में अपने यूनिट स्थापित करने के इच्छुक उद्योगपतियों को पूर्ण सहयोग और तालमेल का भरोसा दिलाया और कहा कि राज्य सरकार पंजाब में औद्योगिक विकास में तेज़ी लाने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है।
मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने अलग-अलग जिलों की ख़ास वस्तुओं के उत्पादन को यकीनी बनाने के लिए ‘एक जि़ला, एक उत्पाद’ का विचार भी पेश किया। उन्होंने कहा कि इससे औद्योगिक वस्तुओं के उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिलेगी और उद्यमियों को एक जि़ले में से बढिय़ा गुणवत्ता वाले उत्पाद पैदा करने के योग्य बनाया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि राज्य भर के बहुत से जिलों में कई उत्पादों में महारत है और इसकी संभावना को ‘एक जि़ला, एक उत्पाद पर केंद्रित करके आगे बढ़ाया जा सकता है।
एक अन्य एजंडे पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार निवेशकों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो प्रणाली को और मज़बूत करने के लिए सख़्त यत्न कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की अनुप्रयुक्त नीतियों के साथ उद्योगों के लिए शांत माहौल और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा, राज्य में औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल माहौल मुहैया करता है। भगवंत मान ने कहा कि इससे पहले सिंगल विंडो सेवा सिर्फ़ एक धोखा थी, जिसमें कोई सार्थक मकसद नहीं था, जिसने न सिर्फ़ संभावित निवेशकों का हौसला घटाया, बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास को ठेस पहुंचायी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने यह यकीनी बनाया है कि सिंगल विंडो सिस्टम राज्य में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों के लिए मानक सुविधा के तौर पर काम करे। उन्होंने कहा कि इसको और सुचारू बनाया जायेगा जिससे उद्योगपतियों को किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े। भगवंत मान ने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि ज़मीनी प्रयोग में तबदीली ( सी. एल. यू.) से सम्बन्धित लम्बित मसलों को भी जल्दी हल कर लिया जायेगा और आने वाले दिनों में इस विधि को और सरल बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अमन-शांति के माहौल के कारण पंजाब दुनिया भर में निवेश के लिए सबसे पसन्दीदा स्थान है। उन्होंने कहा कि अमन-शांति को हर सूरत में बरकरार रखा जायेगा और किसी को भी किसी भी कीमत पर इस को भंग करने की इजाज़त नहीं दी जायेगी। भगवंत मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि रोष-प्रदर्शन हर किसी का लोकतांत्रिक हक है परन्तु इसके बहाने राज्य की आर्थिक तरक्की को रास्ते से हटाने की किसी को भी इजाज़त नहीं दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने औद्योगिक और कारोबारी विकास नीति-2022 के मसौदे के बारे भी प्रतिक्रियाएं माँगीं। औद्योगिक और कारोबारी विकास नीति के मसौदे की मुख्य विशेषताओं को उजागर करते हुये उन्होंने कहा कि आटो और आटो कम्पोनेंट्स और इलैक्ट्रिकल व्हीकल, खेल के समान ( फिटनेस उपकरण समेत) हैंड टूल, कृषि मशीनरी और उपकरण, मशीन टूल और पेपर आधारित पैकेजिंग यूनिटों को सर्कुलर इकौनमी के अधीन तेज़ी से बढ़ते क्षेत्र का दर्जा दिया गया है और इनको सम्बन्धित जिलों में ‘एक जि़ला, एक उत्पाद’ में शामिल किया गया है।
इस दौरान उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री का नेतृत्व वाली राज्य सरकार की निवेशक समर्थकी नीतियों की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि वह राज्य को विश्व भर में उद्योगों के केंद्र के तौर पर उभरने के लिए खुले दिल से योगदान डालेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वे राज्य की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में सक्रिय हिस्सेदार बनेंगे।
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